नालंदा खुला विवि के नये कुलसचिव ने किया पदभार ग्रहण

नालंदा खुला विश्वविद्यालय, नालंदा के नये कुलसचिव ( प्रशासन) डॉ समीर कुमार शर्मा द्वारा पदभार ग्रहण कर लिया गया है . ये नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 15 वें कुलसचिव हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 28, 2024 9:47 PM

राजगीर. नालंदा खुला विश्वविद्यालय, नालंदा के नये कुलसचिव ( प्रशासन) डॉ समीर कुमार शर्मा द्वारा पदभार ग्रहण कर लिया गया है . ये नालंदा खुला विश्वविद्यालय के 15 वें कुलसचिव हैं. पदभार ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने काम करना भी आरंभ कर दिया है. डॉ शर्मा पटना विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर पदस्थापित हैं. कुलाधिपति द्वारा उन्हें नालंदा खुला विश्वविद्यालय का नया कुलसचिव बनाया गया है. डॉ शर्मा यहां के पहले मगध विश्वविद्यालय बोधगया के कुलसचिव रह चुके हैं. कुलपति प्रो कृष्णचन्द्र सिन्हा ने नये कुलसचिव को योगदान कराया. योगदान करने के बाद नये कुलसचिव को विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने पुष्पगुच्छ देकर गर्मजोशी से स्वागत किया. पदभार ग्रहण करने के बाद नये कुलसचिव ने कुलपति और प्रति कुलपति प्रो संजय कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की. कुलपति और प्रति कुलपति और कुलसचिव ( परीक्षा) डॉ नीलम कुमारी ने नये कुलसचिव को बधाई और शुभकामनाएं दी है. पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ शर्मा ने कहा कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय की आधारभूत समस्याओं का निदान करना और विश्वविद्यालय के सेशन को सही करना उनका पहला दायित्व होगा. विश्वविद्यालय परिसर में आपसी समंजन और भाईचारा का निर्वहन करते हुए विश्वविद्यालय के लंबित कार्यों को जल्द से जल्द निष्पादित किया जाएगा. छात्र हित और छात्र कल्याण के रूप में सभी योजनाओं को लागू किया जाएगा. नये कुलसचिव डॉ समीर कुमार शर्मा ने कहा कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय बिहार का एकमात्र विश्वविद्यालय है. इसका उद्देश्य दूरस्थ शिक्षा प्रणाली द्वारा शिक्षा प्रदान करना है . विश्वविद्यालय को दूरस्थ शिक्षा परिषद (डीईसी), विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से शिक्षा प्रदान करने के लिए मान्यता प्राप्त है. उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा उन लोगों को शैक्षिक अवसर प्रदान किया जाता है, जो औपचारिक शिक्षा लेने में असमर्थ हैं। अपनी शैक्षिक योग्यता को उन्नत करने और प्रिंट माध्यम (पत्राचार पाठ्यक्रम), संपर्क कार्यक्रमों, अध्ययन केंद्रों और जनसंचार माध्यमों के माध्यम से सीखने के विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान प्राप्त करने के बहुत इच्छुक हैं. उच्चतर शिक्षा के लिए नामांकन हेतु पात्रता, प्रवेश की आयु, पाठ्यक्रम का चयन, सीखने के तरीके, परीक्षा का संचालन और कार्यक्रमों के संचालन के मामलों में लचीलापन प्रदान करना. डॉ शर्मा ने बताया कि यहां डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान करना तथा ज्ञान के उन्नयन और प्रसार के लिए अनुसंधान की व्यवस्था करना है.

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