हरनौत. बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन सड़क निर्माण के दौरान हरनौत बाजार में फ्लाईओवर का निर्माण किया गया है. जिसमें ऊपर से नीचे उतरने के लिए सीढ़ी का निर्माण नहीं किया गया है. जिसके कारण स्थानीय लोगों को इन दिनों काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बख्तियारपुर से रजौली तक फोरलेन सड़क का निर्माण लगभग अंतिम चरण में है. हरनौत बाजार में इसे लेकर फोरलेन फ्लाई ओवर का निर्माण किया गया है. जो करीब चार किलोमीटर लम्बा है. दक्षिण में रूपसपुर गांव से शुरू होकर उत्तर में द्वारिका बिगहा गांव के नजदीक तक फ्लाई ओवर का निर्माण हुआ है. फ्लाईओवर निर्माण के दौरान बाजार क्षेत्र में ऊपर से नीचे उतरने के लिए सीढ़ी नहीं बनाया गया है. जिससे स्थानीय लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. शिक्षक अश्विनी कुमार ने बताया कि लंबी दूरी तय करने वाली यात्री बसें फ्लाई ओवर के ऊपर से ही गुजरती है. जिसके कारण उन्हें या तो रूपसपुर गांव के पुल के पहले बस से उतरनी होगी या द्वारका बिगहा गांव के समीप उतरनी होगी. बाजार आने के लिए उन्हें लगभग दो किलोमीटर चल कर आना होगा. जो रात्रि के समय में बेहद ही खतरनाक है. रात्रि के समय छोटे वाहन नहीं चलते हैं, जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष कुमार व निरंजन कुमार ने बताया कि हरनौत बाजार में बहुत अधिक संख्या में लोग रहते हैं, जबकि हरनौत बाजार से पूर्व दिशा में सकसोहरा तक एवं पश्चिम दिशा में चंडी बाजार तक के यात्री आवाजाही करते हैं. नगर पंचायत क्षेत्र में ही करीब पच्चास हजार से अधिक लोग निवास करते हैं. ऐसे में फ्लाईओवर के दोनों तरफ से ऊपर से नीचे आने जाने के लिए लोहा की सीढ़ी बनाया जाना एक मील का पत्थर साबित होगा. इससे लोगों में खतरा नहीं के बराबर रहेगा. लंबी दूरी तय कर आने वाले यात्री भी आराम से रात्रि में भी बिना किसी भय के अपने घर को जा सकेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है