जिले में अब नहीं ली जायेगी गेस्ट टीचर की सेवा
जिले के विभिन्न माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य कर रहे शिक्षकों की सेवा विभाग के द्वारा 31 मार्च से समाप्त कर दी गई है.
जिले में अब नहीं ली जायेगी गेस्ट टीचर की सेवा
जिले के विभिन्न स्कूलों में 32 गेस्ट टीचर थे कार्यरत
बिहारशरीफ. जिले के विभिन्न माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य कर रहे शिक्षकों की सेवा विभाग के द्वारा 31 मार्च से समाप्त कर दी गई है.कभी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए आउटसोर्सिंग के माध्यम से एकेडमिक रिसोर्स के रूप में कुल 54 गेस्ट टीचर की नियुक्ति की गई थी. विभाग द्वारा सुपौल, नई दिल्ली तथा मुंबई की कंपनियों से 6 महीने के इकरारनामे के आधार पर शुरू में कुल 54 गेस्ट टीचर की नियुक्ति की गई थी. उक्त आशय की जानकारी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजन कुमार गिरि ने दी. उन्होंने बताया कि इन शिक्षकों का मानदेय का भुगतान जिला से ही किया जाता था. विगत चार महीने से जिला के द्वारा आउटसोर्सिंग के माध्यम से बहाल गेस्ट टीचर को मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है. मानदेय का भुगतान यथासंभव सर्व शिक्षा अभियान के द्वारा किए जाने का प्रावधान है. आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त राशि का भुगतान विद्यालय के छात्र कोष से करने का निर्देश है. विभाग द्वारा आउटसोर्सिंग संयुक्त एकेडमिक रिसर्च के रूप में गेस्ट टीचर की सेवा 28 फरवरी से बंद करने का निर्देश दिया गया था. इसके अनुसार वर्तमान में जिले के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत 32 गेस्ट टीचरों का मानदेय का भुगतान कर उनकी सेवा समाप्त करने का निर्देश दिया गया था. डीपीओ श्री गिरि ने बताया कि 22 गेस्ट टीचर पहले ही कार्य करना छोड़ चुके थे. अब एक बार फिर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के द्वारा 31 मार्च के बाद गेस्ट टीचर की सेवा नहीं लिए जाने का निर्देश दिया गया है.अब आगे से गेस्ट टीचर की सेवा नहीं ली जाएगी. उन्होंने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के साथ-साथ माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को उक्त आशय का निर्देश दिया है. जो गेस्ट टीचर अब तक स्कूलों में कार्य कर रहे थे अब उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ेगा.