शेखपुरा. शहर के बाईपास स्थित निजी सभागार में सदर प्रखंड शेखपुरा मुखिया संघ की एक बैठक आयोजित की गई.इसमें सांगठनिक मजबूती को लेकर प्रमुखता से चर्चा की गई .इसके साथ ही बैठक के दौरान पंचायती राज पदाधिकारी की मनमानी पर गहरी नाराजगी प्रकट की गई. वहीं, अधिकारी की मनमानी को लेकर जिलास्तरीय मुखिया संघ की बैठक जल्द बुलाकर इस मामले को लेकर आगे की रणनीति तय करने का निर्णय लिया गया. इसके साथ ही डीएम सहित अन्य अधिकारियों से मिलकर ज्ञापन सौंपने का भी निर्णय लिया गया. बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रखंड अध्यक्ष एवं पैन पंचायत के मुखिया राजेश कुमार ने कहा कि पंचायती राज पदाधिकारी सरकार के गाइड लाइन के विरुद्ध मनमानी तरीके से कार्य कर रहे हैं. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि योजना संचालन में सरकार का कोई गाइडलाइन नहीं रहने के बावजूद भी अधिकारी अपने स्तर से आदेश निर्गत कर रहे हैं. उन्होंने योजना संचालन यानि योजना खोलने में प्रखंड स्तरीय ऑडिटर को जोड़ दिया गया है. योजना इस ऑडिटर का साइन होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय भवन में ग्राम पंचायत स्तर से जेम पोर्टल के माध्यम से किताबें एवं फर्नीचर की खरीदारी की जानी है परंतु अधिकारी चुनिंदा लोगों के द्वारा खरीदारी करवा रहे हैं. और भुगतान के लिए ग्राम पंचायत पर दबाव बना रहे हैं .वहीं पंचायत भवनों में बायोमेट्रिक सिस्टम भी लगाना है, परंतु इस मामले में भी अधिकारी चुनिंदा लोगों से खरीदारी करवा लिए हैं और भुगतान के लिए दवाब बना रहे हैं. इसके अलावा भी उन्होंने अधिकारी के विरुद्ध कई अन्य आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मनमानी के विरुद्ध कदम उठाया जाएगा और जिला स्तरीय बैठक करते हुए रणनीति तय की जाएगी. बैठक के दौरान विभिन्न पंचायत के मुखिया में जयराम सिंह ,मथुरा प्रसाद यादव ,सोनाली राय, नविता शर्मा ,सत्येंद्र शर्मा , योगेंद्र पासवान, ललिता कुमारी, सोनी कुमारी ,संजय कुमार ,राजकुमार मांझी सहित अन्य लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है