नालंदा लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरी, वोटिंग कल
नालंदा लोकसभा क्षेत्र के 01 जून को होने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. जिले के करीब 22 लाख 88 हजार मतदाताओं के लिए 2365 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. पहले से 2364 मतदान केंद्र निर्धारित थे, लेकिन नालंदा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत एक बूथ पर अधिक मतदाताओं के होने के कारण वहां एक मतदान केंद्र बढ़ा दिया गया है. ये सभी 2365 मतदान केंद्र 1692 भवनों में अवस्थित हैं.
बिहारशरीफ. नालंदा लोकसभा क्षेत्र के 01 जून को होने मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. जिले के करीब 22 लाख 88 हजार मतदाताओं के लिए 2365 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. पहले से 2364 मतदान केंद्र निर्धारित थे, लेकिन नालंदा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत एक बूथ पर अधिक मतदाताओं के होने के कारण वहां एक मतदान केंद्र बढ़ा दिया गया है. ये सभी 2365 मतदान केंद्र 1692 भवनों में अवस्थित हैं. जिला निर्वाचन पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने बताया कि सभी पार्टियों के एजेंट को 01 जून की सुबह 5:30 बजे से पूर्व पहुंच जाने को कहा गया है. उन सभी के समक्ष एक घंटे का मॉक पोल होगा. मॉक पोल को डिलीट करने के बाद सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो जाएगा. उन्होंने बताया कि चुनाव को देखते हुए जिला स्तर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. कंट्रोल रूम को सात फोन नंबर उपलब्ध करायें गये हैं. प्राप्त सूचनाओं व शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए आठ सुपर जोनल व 29 जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. दो क्यूआरटी की टीमों को भी शहर में तैनात किया गया है. क्यूआरटी की एक टीम में 20 सदस्य हैं. पर्दानशीं महिला मतदाताओं को चेक करने के लिए जिला में 157 बूथ चिन्हित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि इस बार के लोकसभा चुनाव में 2019 के चुनाव से दोगुना से भी अधिक पारा मिलिट्री फोर्स को लगाया गया है. इस बार इवीएम की सुरक्षा के लिए इलेक्शन के बाद भी कुछ पारा। मिलिट्री फोर्स के जवान जिला में मौजूद रहेंगे. हरेक बूथ पर शेड की व्यवस्था की गयी है. जिन बूथों पर पूर्व से जगह उपलब्ध हैं, वहां रूम में बैठने की व्यवस्था की गयी है और जहां जगह उपलब्ध नहीं है वहां शेड की व्यवस्था की गयी है. सभी बूथों पर घड़ा में ठंडा पानी पीने के लिए रखने की व्यवस्था की गयी है. सभी बूथों पर मेडिकल टीम भी रहेगी. मतदान पदाधिकारी को दिए जाने वाले किट में भी ओआरएस के साथ कुछ जरूरी दवाएं डाल दी गई हैं. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि प्रत्येक बूथ पर मतदाताओं को लाइन में लगाने के लिए अलग से होमगार्ड की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने बताया कि पोस्टल बैलेट के तहत जिला में 3070 वोट डाले गए हैं. इसके अलावा दिव्यांग एवं 80 प्लस उम्र वालों के 461 वोट डलवाने गए हैं. इन लोगों को उनके घर जाकर वोट डलवाने गए हैं. उन्होंने बताया कि पोस्टल बैलेट की काउंटिंग पहले होती है. उसके बाद इवीएम के वोटों की गिनती होगी. पोस्टल बैलेट की गिनती के दौरान हर टेबल पर आरओ मौजूद रहेंगे. पोस्टल बैलेट की गिनती में चार कर्मी रहेंगे. उन्होंने बताया कि रिजेक्ट वोटों से कम जीत- हार के मार्जिन रहने पर वोटों की गिनती दोबारा होगी. वोटों की गिनती के लिए 14 टेबल होंगे. एक टेबल पर तीन कर्मी तैनात होंगे. इसके अलावा इवीएम लाने व ले जाने वाले कर्मी होंगे. हरेक टेबल पर हर कैंडिडेट अपना एजेंट रख सकते हैं. कैंडिडेट मतगणना केंद्र के अंदर भी जा सकते हैं. उनके अभिकर्ता को भी अंदर जाने की अनुमति होगी. कैंडिडेट अपने आदमियों को खाना खिलाना चाहें तो इसके लिए अनुमति लेनी होगी. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मतगणना के दिन विजयी जुलूस नहीं निकाला जाएगा. मतगणना केंद्र पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां मतगणना के संबंध में जानकारी मिलेगी. कंट्रोल रूम में मतगणना का लाइव प्रसारण भी होगा. जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव की सारी व्यवस्था पूरी कर ली गयी है. उन्होंने बताया कि जिले में अबतक आदर्श आचार संहिता के 13 मामले दर्ज हुए हैं. मतदान के दिन वोट का बहिष्कार करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. जहां से वोट बहिष्कार किये की सूचना मिली है वहां अधिकारी जाकर लोगों से वोट बहिष्कार न करने व उनकी समस्याएं दूर की जा रही है.
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