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नालंदा विश्वविद्यालय के नये भवन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे लोकार्पण

बुधवार का दिन पंच पहाड़ियों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पूरा राजगीर के लिए उपलब्धियों से भरा है.

राजगीर. बु

धवार का दिन पंच पहाड़ियों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा पूरा राजगीर के लिए उपलब्धियों से भरा है. करीब दो हजार साल बाद फिर से पुनर्जीवित नालंदा विश्वविद्यालय का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकार्पण करेंगे. इस लोकार्पण समारोह का गवाह करीब 17 देशों के राजदूत और देश के चोटी की हस्तियों के साथ बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी होंगे. प्रधानमंत्री के आगमन और नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन को लेकर राजगीर में खुशनुमा माहौल है. राजगीर और नालंदा विश्वविद्यालय नरेंद्र मोदी और समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों के स्वागत के लिए सजधज कर तैयार है. पुलिस और प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री के आगमन पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया है. विश्वविद्यालय परिसर और विश्व धरोहर परिसर के चप्पे चप्पे में पुलिस और दण्डाधिकारी को तैनात किया गया है. बगैर पास या कार्ड वालों का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा. नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कुमार गुप्त प्रथम द्वारा पांचवीं सदी में किया गया था. पांचवीं से 12वीं सदी तक दुनिया का सर्वश्रेष्ठ शिक्षा का केंद्र नालंदा विश्वविद्यालय रहा है. यह बौद्ध दर्शन का गढ़ और ज्ञान- विज्ञान का अद्भुत केंद्र था. विध्वंस के करीब आठ सौ साल बाद केंद्र सरकार और बिहार सरकार के संयुक्त प्रयास से नालंदा विश्वविद्यालय फिर पुनर्जीवित हो गया है. इसके निर्माण में तत्कालीन राष्ट्रपति डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम की भूमिका प्रशंसनीय रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विश्वविद्यालय भवन निर्माण के लिए भूखंड उपलब्ध कराया गया है. इसके भवन की बनावट भी प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भवन की तरह अन्य विश्वविद्यालय भवनों से भिन्न है. इसके पुस्तकालय और योगा भवन का तो भारत क्या एशिया महादेश में कोई जोड़ नहीं है. नालंदा विश्वविद्यालय एक मात्र कार्बन मुक्त नेट जीरो कैंपस है. इसका डिजाइन व निर्माण पर्यावरण और वास्तुकला के अनुकूल किया गया है. प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के इर्द-गिर्द जितने तालाब थे. लगभग उतने तालाब इस विश्वविद्यालय परिसर में भी हैं. शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन काल से ही नालंदा की वैश्विक पहचान रही है. कुलपति प्रो अभय कुमार सिंह बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन और विश्वविद्यालय के उद्घाटन की सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. बचे कुछ कार्यों को अंतिम टच दिया जा रहा है. विश्वविद्यालय परिसर, समारोह स्थल, हेलीपैड आदि जगहों व भवनों को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है. एसपीजी, गृह मंत्रालय और पुलिस प्रशासन का सभी स्थानों पर पहरा बैठा दिया गया है.

बोधिवृक्ष लगायेंगे प्रधानमंत्री :

नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीपल (बोधिवृक्ष ) का पौधारोपण करेंगे. 1951 में नव नालंदा महाविहार का शिलान्यास करने के बाद भी देश के पहले राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा बोधिवृक्ष ( पीपल) का पौधारोपण किया गया था. उनके 73 साल बाद नालंदा में प्रधानमंत्री बोधिवृक्ष लगायेंगे.

फोटो सेशन में शामिल होंगे प्रधानमंत्री :

नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह और पौधारोपण के बाद फोटो सेशन होना है. विभिन्न देशों के राजदूतों और अन्य गणमान्य लोगों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फोटो खिंचवायेंगे.

उद्घाटन समारोह के अतिथि पहुंचे राजगीर :

नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों का राजगीर आगमन हो चुका है. देश के विभिन्न प्रदेशों से आये अतिथियों का होटलों में ठहराया गया है, जबकि राजदूतों एवं अन्य विदेशी मेहमानों को विश्वविद्यालय के अतिथिशाला में ठहराया गया है.

कारकेड का हुआ फुल रिहर्सल :

प्रधानमंत्री के बनाये गये हेलीपैड से समारोह स्थल तक नालंदा और राजगीर कारकेड का फुल रिहर्सल मंगलवार को किया गया. इस रिहर्सल में डीएम, एसपी, एसडीओ- डीएसपी सहित एसपीजी के पदाधिकारी और जवान शामिल हुए. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में प्रधानमंत्री के कारकेड का फुल रिहर्सल किया गया.

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