बरबीघा. नगर परिषद बरबीघा क्षेत्र के सामाचक में स्थित श्री कृष्ण गौशाला से 43 वर्षों के बाद पुनः गोपाष्टमी के अवसर पर शोभा यात्रा निकाली गई. शोभायात्रा तीन मुहानी मोड, तैलिक ठाकुरबारी पंचायत भवन, गोलापर, बुल्लाचक, महुआतल, थाना चौक, पुरानी शहर आदि मोहल्ला होते हुए वापस गौशाला में आकर समाप्त हुआ.इस दौरान शोभायात्रा में शामिल गायों और गौ सेवकों का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.वही गौ माता के लिए जगह-जगह स्वादिष्ट चारे की व्यवस्था की गई थी.शोभायात्रा के दौरान कई जगह पर लोगों ने गौ माता की आरती भी उतारी. इस शोभायात्रा में मुख्य रूप से हड्डी एवं नस रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ऋषभ कुमार आदर्श विद्या भारती स्कूल के प्राचार्य संजीव कुमार समाजसेवी संतोष कुमार शंकु, डॉ आनंद कुमार आदि जैसे लोग शामिल हुए.इस अवसर पर डॉ ऋषभ कुमार ने कहा कि एक नवजात शिशु के लिए मां के दूध के बाद गाय का दूध ही सर्वोत्तम आहार माना जाता है.शायद इसीलिए गाय को माता का दर्जा दिया गया है.मुझे खुशी है कि इस सर्वश्रेष्ठ सनातनी परंपरा में शामिल होने का अवसर मिला है.वही संजीव कुमार ने कहा कि गांव की सेवा सर्वश्रेष्ठ सेवा मानी गई है. संतोष कुमार शंकु ने कहा कि आदिकाल से ही गांव को सर्वश्रेष्ठ धन की संज्ञा दी गई है. गौशाला के उपाध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा कि आज से ठीक 43 वर्ष पहले 1981 में इस तरह की शोभायात्रा गौशाला से निकाली गई थी.. इस शोभायात्रा में धर्मेन्द्र कुमार,अंजू गुप्ता उपाध्यक्ष मनीष कुमार, आदर्श विद्या भारती के प्राचार्य संजीव कुमार,कमलेश साव, सागर प्रसाद,शंकर साव, डॉ आनंद कुमार, अमित डोकानिया, अंजू गुप्ता, रिंकू देवी, बबिता देवी, राकेश कुमार, आदि लोग मौजूद रहे. गोपाष्टमी पर शेखपुरा गौशाला में कार्यक्रम आयोजित
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है