कल से राजगीर में लगेगा देश-विदेश के साहित्यकारों का जमघट
देश भर के 100 से अधिक साहित्यकार विश्व प्रसिद्ध पुरातन नालंदा विश्वविद्यालय के रजकण को छूकर अपनी लेखनी को अभिमंत्रित करने राजगीर आयेंगे.
राजगीर. देश भर के 100 से अधिक साहित्यकार विश्व प्रसिद्ध पुरातन नालंदा विश्वविद्यालय के रजकण को छूकर अपनी लेखनी को अभिमंत्रित करने राजगीर आयेंगे. कल से तीन दिनों तक राजगीर के वीरायतन में कविता, कहानी, गजल, लघुकथा सहित अन्य विधाओं पर चर्चा होगी. इस आयोजन में नेपाल सहित देश के चर्चित साहित्यकार शामिल होंगे. अशोक स्मृति संस्थान और मगध साहित्य प्रेरणा मंच के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम के संयोजक कवि ओंकार कश्यप और अध्यक्ष जितेंद्र राज आर्यन ने बताया कि अपने लेखकीय श्रम से साहित्याकाश को दीप्त करने में लगे भारत वर्ष सहित दुनिया भर में हिंदी के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे कवि – साहित्यकारों का तीन दवसीय मैत्री शिवर मगध साहित्य प्रेरणा उत्सव के रूप में लगातार दूसरे साल आयोजित होगा. इस कार्यक्रम में लेख्य मंजूषा पटना, विश्व मगही परिषद नई दिल्ली, नवांकुर अंजलि साहित्यिक आस्था परिवार अयोध्या, अखिल भारतीय मगही प्रचारिणी सभा सहित कई साहित्यिक संस्था सहभाग कर रही है. इस दौरान सेमिनार, कवि सम्मेलन, शोध पत्रों का प्रस्तुतिकरण, लघु कथा वाचन, सहित साहित्यिक विधा से जुड़े अन्य सत्र आयोजित होंगे. इस आयोजन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का सम्मान भी किया जायेगा. कई साहित्यिक कृति यथा कविता संग्रह, कहानी संग्रह, लेख संग्रह आदि का लोकार्पण व विमोचन भी होगा.
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