नूरसराय अस्पताल के तीन कर्मियों के वेतन पर लगी रोक
बिहारशरीफ. बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टरों से लेकर कर्मियों तक अलर्ट रहें. ऐसे लोगों की पहचान करने का काम शुरू कर दिया गया है
बिहारशरीफ. बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टरों से लेकर कर्मियों तक अलर्ट रहें. ऐसे लोगों की पहचान करने का काम शुरू कर दिया गया है, इसी क्रम में जिले के नूरसराय के तीन कर्मचारी कार्रवाई की जद में आ गये. सिविल सर्जन ने संबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए वेतन पर रोक लगा दी है. सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने बताया कि सोमवार को नूरसराय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की औचक जांच की गयी. जांच के दौरान अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था से लेकर आउटसोर्सिंग की व्यवस्था लचर पायी गयी है. इस लचर व्यवस्था को अविलंब ठीक करने की हिदायत दी गयी है.
सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने बताया कि अस्पताल की औचक जांच में लिपिक सुबोध कुमार, एएनएम रेखा कुमारी, लेखापाल अनुपस्थित पाये गये. इन सब से इस बाबत स्पष्टीकरण पूछा गया है. साथ ही अनुपस्थित अवधि के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी गयी है. शोकॉज का जवाब शीघ्र देने को कहा गया है. जवाब संतोषप्रद नहीं पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. इसी दौरान प्रसव कक्ष में उपस्थित तीन ममता से नवजात के पोषण आदि के बारे में जानकारी ली गयी. परंतु ममता सही रूप से जानकारी नहीं दे पायीं. इस मामले में सीएस ने संबंधित ममता के मानदेय में एक-एक सौ की कटौती करने का निर्देश दिया.
सिविल सर्जन ने बताया कि बीएचएम ड्यूटी पर मौजूद थे. लेकिन उनका कार्यकलाप सही नहीं पाया गया. उन्हें कार्यकलाप में सुधार लाने का निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि डॉक्टरों की उपस्थिति पंजी की जांच करने के क्रम में पंजी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का नाम मार्च माह में दर्ज नहीं पाया गया. इस मामले में संबंधित लिपिक को फटकार लगायी गयी. उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व बीएचएम को अस्पताल की व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया गया है.