महाविहार में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की हुई समीक्षा
नव नालन्दा महाविहार, सम विश्वविद्यालय, नालंदा में आयोजित दो दिवसीय पद्मसंभव के जीवन व विरासत पर आधारित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की समीक्षा की गयी.
राजगीर. नव नालन्दा महाविहार, सम विश्वविद्यालय, नालंदा में आयोजित दो दिवसीय पद्मसंभव के जीवन व विरासत पर आधारित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की समीक्षा की गयी. बैठक में इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मिलित सभी शोधछात्रों व वरिष्ठ छात्रों के साथ कार्यक्रम समन्वयक प्रो. दीपंकर लामा व डाॅ. अरूण कुमार ने की. समीक्षात्मक बैठक में महाविहार के कुलपति प्रो. राजेश रंजन एवं कुलसचिव डाॅ. मीता ने सभी वालेन्टियर से कार्यक्रम से संबंधित फीडबैक लिया. सभी ने कार्यक्रम के विभिन्न आयामों पर अपने अनुभव साझा किया. विभिन्न पहलुओं पर अपना फीडबैक दिया. शोधछात्रा संजू डोल्मा लामा ने कहा कि तिब्बती बौद्ध धर्म की अनुयायी होने के साथ शैक्षणिक व आध्यात्मिक दोनों रूप से इस कार्यक्रम से लाभान्वित हुई. हमारे लिए यह कार्यक्रम एक पर्व के समान था. वहीं अन्य छात्र-छात्राओं ने भी इस आयोजन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के लिए महाविहार के कुलपति व विश्वविद्यालय प्रशासन को धन्यवाद दिया. समीक्षात्मक बैठक में कुलपति प्रो. राजेश रंजन ने भी अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने छात्र के रूप में अपने विश्वविद्यालय के दिनों को याद करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में जब हमलोगों के गुरू हमें दायित्व देते थे, तो हमलोग भी बढ़ चढकर हिस्सा लेते थे. जिसका लाभ हमें आगे बतौर शिक्षक व कार्यक्रमों में हुआ.छात्र-छात्राओं को सफल आयोजन हेतु उन्होंने धन्यवाद दिया व कहा कि यह कार्यक्रम हमारे लिए चुनौती थी. लेकिन सबने अपनी जिम्मेदारियों को सकुशल निभाते हुए इसे सफल बनाया.कुलसचिव डाॅ. मीता ने भी अपने अनुभव को साझा किया और कहा कि इस कार्यक्रम के बेहतर आयोजन के लिए जिला प्रशासन व आई.बी.सी . के अधिकारियों ने भी महाविहार प्रशासन की बहुत प्रशंसा की. डाॅ. मीता ने इसका श्रेय वालेन्टियर्स को समर्पित किया। कार्यक्रम के अंत में सभी वालेन्टियर्स को महाविहार के कुलपति ने प्रमाणपत्र प्रदान किया.
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