बिहारशरीफ.शुक्रवार को शहर में एकाएक मांस-मछली की बिक्री में बढ़ोत्तरी हो गई. छठ पूजा समाप्त होते ही नाला रोड पर मछली विक्रेताओं के पास खरीदारों की भीड़ देखने को मिली. शुक्रवार को दोपहर से देर शाम तक मांस-मछली की खरीदारों की भीड़ देखने को मिली. लोगों का कहना है कि धनतेरस, दीपावली, लक्ष्मी पूजा, भैयादूज, गोवद्धधन पूजा से लेकर छठ पूजा तक लोग मांस-मछली खाना लगभग घरों में बंद था. इसके कारण धनतेरस से लेकर छठ पूजा तक बाजार के बहुत से मांस-मछली दुकान तक बंद पड़े थे, लेकिन जैसे ही छठ पूजा समाप्त हुआ, वैसे ही बहुत से लोग मांस-मछली खरीदारी करने लगे. अधिकांश हिंदू घरों में धनतेरस से लेकर छठ पूजा तक लहसुन-प्याज तक भोजन में नहीं डाले जाते हैं, लेकिन इनमें से बहुत से लोग छठ पूजा की अंतिम अर्घ के बाद मांस-मछली खाना शुरू कर देते हैं. कुछ उगते सूर्य अर्घ्य देने के अगले दिन से मांस-मछली, लहसुन-प्याज खाते हैं. जिन परिवार में छठ होता है, वे लोग दीपावली में साफ-सफाई के दौरान लहसुन-प्याज भी घर से बाहर कर देते हैं और छठ के बाद ही उनके घर में लहसुन-प्याज, मांस-मछली आदि आते हैं.
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