जिले के एक लाख 30 हजार स्कूली बच्चों का बनेगा अपार कार्ड
जिले के सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से बारहवीं तक की पढ़ाई करने वाले सभी छात्र –छात्राओं का अपार कार्ड बनाया जायगा.
शेखपुरा. जिले के सरकारी-गैर सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से बारहवीं तक की पढ़ाई करने वाले सभी छात्र –छात्राओं का अपार कार्ड बनाया जायगा. इसकी जानकारी देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि जिले में पहली से 12 वीं कक्षा तक में पढ़ने वाले सभी स्कूली बच्चों का अपार कार्ड बनाया जायगा. इसके तहत सभी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 1.30 लाख बच्चों का अपार कार्ड बनाया जाना है. अब तक जिले के 20 हजार बच्चों का अपार कार्ड बनाया जा चूका है. अपार आइडी कार्ड छात्रों के लिये बेहद अहम हैं. इस कार्ड में छात्रों की सारी एकेडमिक जानकारी होगी. इसके साथ ही साल दर साल आगे की शिक्षा ग्रहण करने के साथ ही इसमें सारी जानकारी अंकित हो जायगी.इससे कहीं भी दूसरी जगह नामांकन कराने में सहूलियत होगी और सारी शैक्षणिक डिग्री की जानकारी उन्हें पलभर में मिल जायगी. यह आईडी सभी शैक्षणिक रिकार्ड में डिग्रियों, छात्रवृतियां ,पुरस्कार और ने उपलाब्धियोंको डिजिटल रूप से संग्रहित करेगा. वन नेशन वन स्टूडेंट आईडी अपार कार्ड छात्रों के लिये शिक्षा को और ज्यादा व्यवस्थित और सुलभ बनाने की दिशा में एक कदम हैं.अपार आईडी कार्ड को कई तरह के लाभों का इस्तेमाल कर सकते हैं.इसके साथ ही आसानी से अपने शैक्षणिक रिकार्ड को सम्भाल कर रख सकते हैं. आधार नंबर युडीआईएसई से सत्यापन जरूरी युडीआईएसई पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थी का आधार नंबर युडीआईएसई से सत्यापन होता है.जिन छात्रों का आधार नंबर सत्यापित हो चुका है उन्हीं का आपार आईडी युडीआईएसई पोर्टल में बनेगा. जिन विद्यार्थियों का आधार सत्यापित नहीं हुआ है. उनका आधार कार्ड या युडीआईएसईपोर्टल में नाम अवश्य सुधरवा ले. अपार कार्ड निर्माण का काम शुरू करने वाले विद्यालय प्रखंड विद्यालय की संख्यां आपार कार्ड निर्माण वाले स्कूल की संख्यां अरियरी 115 14 बरबीघा 129 20 चेवाड़ा 70 8 घाटकुसुम्भा 41 2 शेखपुरा 203 21 शेखोपुरसराय 69 7 दोहरे नामांकन पर लगेगी रोक,आएगी पारदर्शिता अपार कार्ड के निर्माण से छात्रों के शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी पलभर में मिलेगी.इससे छात्रों के दोहरे नामांकन पर पूरी तरह से रोक लग जायगी. इसके साथ ही बिना डिग्री के फर्जी प्रमाण पत्र के अलावे नाम, जन्म तिथि आदि में हेरफेर पर पूरी तरह से विराम लग जाने की उम्मीद हैं.
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