एयरफोर्स फ्लाइट लेफ्टिनेंट के मौत के बाद पैतृक गांव में पसरा सन्नाटा
त्योहारों के खुशियों के बीच दो दिन में दो युवा सैन्य अफसरों ने फांसी लगाकर अपनी अपनी जिंदगीयां खत्म कर ली जिससे दोनों परिवारों में कोहराम मच गया.
बिहारशरीफ.
त्योहारों के खुशियों के बीच दो दिन में दो युवा सैन्य अफसरों ने फांसी लगाकर अपनी अपनी जिंदगीयां खत्म कर ली जिससे दोनों परिवारों में कोहराम मच गया. मृतक बिहारशरीफ के मुरौरा गांव निवासी पूर्व सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी उदय प्रसाद के 32 वर्षीय पुत्र फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल दीप एवं बहू 28 वर्षीया एमएनएस (मिलिट्री नर्सिंग सर्विस) कैप्टन रेणू तंबर है. एक साथ दो मौतों से पूरा इलाका गमगीन : एक साथ दो मौतों से पूरा इलाका गमगीन है, गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोगों के जुबान पर बस एक ही बात है कि एक होनहार युवा ऐसा खौफनाक कदम कैसे उठा सकता है. मृतक के चचेरे भाई राजवीर कुमार ने बताया कि दीनदयाल दीप का बचपन यहीं गुजरा था. तीन भाइयों में वह दूसरे नंबर पर थे. उनके बड़े भाई आकाशदीप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, जबकि छोटे भाई विपुल कुमार मुम्बई में इंजीनियर के रूप में कार्यरत है. आगरा वायुसेना स्टेशन परिसर में फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल दीप ने सोमवार की रात आत्महत्या कर ली थी. इसके अगले ही दिन मंगलवार की रात को लेफ्टिनेंट की पत्नी कैप्टन रेनू तंवर ने भी दिल्ली में सुसाइड कर लिया. रेनू आगरा में ही एमएनएस (मिलिट्री नर्सिंग सर्विस) कैप्टन थीं. वह अपनी मां का इलाज कराने के लिए भाई के साथ दिल्ली एम्स गयी थीं. वहां वह दिल्ली कैंट इलाके में आर्मी के गौरौदा शरत ऑफिसर्स गेस्ट हाउस में रुकी थीं. यहां बुधवार की सुबह उनका शव मिला. पास में एक सुसाइड नोट भी मिला. इसमें लिखा था कि पति के साथ ही उनके शव का भी अंतिम संस्कार किया जाए. वहीं दीपावली से पहले 24 घंटे में पति और पत्नी की मौत से दोनों परिवारों में कोहराम मचा है. बुधवार की देर शाम को रेनू के शव को आगरा लाया गया. फ्लाइट लेफ्टिनेंट और उनकी पत्नी के शव आगरा वायुसेना परिसर में रखे गये थे. गुरुवार की दोपहर में दीनदयाल दीप के शव का ताजगंज स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया.खाना खाने के बाद सोने गये, सुबह मिली लाश :
फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल दीप की तैनाती आगरा वायु सेना स्टेशन में थी. फ्लाइट लेफ्टिनेंट ने राजस्थान की कैप्टन रेनू तंवर से दिसंबर 2022 में प्रेम विवाह किया था. पत्नी रेनू तंवर की पोस्टिंग आगरा एमएनएस में थी. दंपती वायुसेना परिसर स्थित आवास में रहते थे. फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल दीप ने सोमवार की देर रात आत्महत्या कर ली थी. एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि फ्लाइट लेफ्टिनेंट सोमवार रात खाना खाने के बाद अपने आवास में सोने गये थे. मंगलवार सुबह देर तक वह नहीं जागे तो स्टाफ ने दरवाजा खटखटाया. कोई हरकत न होने पर उसने अधिकारियों को बताया. कमरे का दरवाजा तोड़ने पर दीनदयाल दीप का शव मिला था. मंगलवार दोपहर में मौके पर पहुंचकर जांच की थी. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था. फ्लाइट लेफ्टिनेंट दीनदयाल दीप के आत्महत्या के समय पत्नी रेन तंवर आवास में नहीं थीं. वह 14 अक्तूबर को दिल्ली गईं थीं. उनके पति के सुसाइड के बाद थाना शाहगंज पुलिस ने कैप्टन से संपर्क करने का प्रयास किया तो कॉल रिसीव नहीं हुआ. दिल्ली के दक्षिण-पश्चिमी के डीसीपी सुरेंद्र कुमार चौधरी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि दिल्ली कैंट इलाके में स्थित गौरौदा शरत ऑफिसर्स गेस्ट हाउस में कैप्टन रेनू तंवर ने मंगलवार देर रात आत्महत्या कर ली. दिल्ली कैंट के 25 पोलो रोड स्थित ऑफिसर्स मेस में तैनात हवलदार दिनेश कुमार ने आर्मी अफसर को घटना की जानकारी दी. इसके बाद पीसीआर कॉल पर पुलिस पहुंची थी. गेस्ट हाउस के कमरे की कुंडी अंदर से बंद थी. कमरे का दरवाजा तोड़ने पर अंदर कैप्टन रेनू तंवर का शव मिला. पुलिस ने कैप्टन रेनू तंवर के झुंझुनू (राजस्थान) निवासी पिता गोवर्धन को इसकी सूचना दी. मामले की जांच एसडीएम को सौंप दी गयी है.पति का हाथ साथ में रखकर करें अंतिम संस्कार :
एमएनएस कैप्टन रेनू तंवर अपने भाई सुमित के साथ मां कौशल्या का इलाज कराने दिल्ली एम्स गयी थीं. मंगलवार की रात को वह दिल्ली कैंट स्थित अधिकारी गेस्ट हाउस में आ गयी थीं. जबकि भाई व मां एम्स में ही थे. पति के सुसाइड के बाद रेनू टेंशन में थीं. दिल्ली पुलिस को कमरे में एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें रेनू तंवर ने लिखा कि पति के साथ अंतिम संस्कार किया जाये. मेरा हाथ पति के हाथ पर रखा जाये. वहीं दंपती की आत्महत्या की वजह जानने के लिए वायु सेना के अफसर जांच कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है