बिहारशरीफ. जिले में कुछ शिक्षकों तथा शिक्षा विभाग के बीच ””””””””तू डाल डाल, मैं पात- पात”””””””” वाली कहावत चरितार्थ होते देखी जा रही है. यह कहावत एकंगरसराय प्रखंड के उन शिक्षकों पर सटीक बैठती है, जो स्कूल गए बिना ही अपनी उपस्थिति दूसरे स्थान पर रहते हुए भी बना दे रहे हैं. यह मामला कमांड एण्ड कंट्रोल सेंटर पटना से प्राप्त शिकायत के आलोक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एकंगरसराय विजय शंकर प्रसाद के द्वारा जब 10 जनवरी को उत्क्रमित मध्य विद्यालय महमदपुर महुआ बाग का निरीक्षण किया गया. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि विद्यालय के अधिकांश शिक्षक तथा शिक्षिका उपस्थिति दर्ज कर गायब हो गए थे. विद्यालय की एकमात्र शिक्षिका रंजु कुमारी ही विद्यालय में उपस्थित पायी गयी. ग्रामिणों से पूछताछ करने पर यह पता चला कि इस विद्यालय के सभी शिक्षक- शिक्षिका विद्यालय में प्रातः आते हैं एवं हाजिरी बनाकर चले जाते है. विद्यालय के शिक्षक तथा शिक्षिका का ई-शिक्षाकोष एप में गाड़ी में सिट बेल्ट लगाकर, कभी ऑटो में बैठकर तो कभी सडक पर रहकर उपस्थिति दर्ज की गयी है. हद तो तब हो गई जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा इसकी सूचना प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भी नहीं दी जा रही थी. विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका अपने मन से विद्यालय आना-जाना कर रहे थे. विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा भी किसी को विद्यालय कार्य करने के लिए प्रेरित नहीं किया जाता था. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा ऐसे सभी शिक्षक तथा शिक्षिकाओं को कर्तव्यहीनता, स्वेच्छाचारिता एवं मनमानी का आरोप तय करते हुए ऐसे सभी शिक्षक तथा शिक्षिकाओं का सात दिन का वेतन काटौती करते हुए 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने का सख्त निर्देश दिया है. उन्होंने बताया कि उचित स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई करने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा. कार्रवाई की जद में आए प्रधानाध्यापक अशोक रविदास सहित शिक्षक प्रियंका कुमारी, प्रियंका कुमारी, सीमा कुमारी, रिपु कुमारी, आदित्य सौरभ शामिल हैं.
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