कोविड-19 ने बच्चों की स्कूलों से बढ़ाई दूरी

बिहारशरीफ : वैश्विक महामारी कोविड-19 का असर वैसे तो सभी क्षेत्रों में व्यापक रूप से देखा जा रहा है. इसके कुप्रभाव से कोई क्षेत्र भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहा है. इसके कुप्रभाव से जिले की शैक्षणिक व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गयी है. लगभग एक माह से स्कूल कॉलेजों के लगातार बंद रहने से […]

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2020 1:12 AM

बिहारशरीफ : वैश्विक महामारी कोविड-19 का असर वैसे तो सभी क्षेत्रों में व्यापक रूप से देखा जा रहा है. इसके कुप्रभाव से कोई क्षेत्र भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहा है. इसके कुप्रभाव से जिले की शैक्षणिक व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गयी है. लगभग एक माह से स्कूल कॉलेजों के लगातार बंद रहने से बच्चों का दैनिक जीवन में पढ़ाई के प्रति रुचि कम होते जा रही है. ऐसे में बच्चों के पठन-पाठन को सुचारु रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा भी पहल की गयी है. बच्चे राज्य सरकार के विभिन्न ऑनलाइन पोर्टल एप तथा यूट्यूब वीडियो आदि के माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं. एक अप्रैल से ही बच्चों के नये सत्र की शुरुआत हो जाती है. इस वर्ष स्कूल बंद रहने के कारण बच्चों को बिना परीक्षा पास किये अगली कक्षा में प्रोन्नति दी जा रही है. हालांकि स्कूल बंद रहने के कारण छात्र-छात्राओं में कोई विशेष खुशी नहीं देखी जा रही है. बच्चे लंबी छुट्टियों से ऊब चुके हैं, लेकिन पूरे जिले में लॉकडाउन रहने तथा स्कूल-कॉलेजों के बंद रहने से उनके पास कोई और विकल्प नहीं है. ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई ही उनके लिए एकमात्र विकल्प है.

छात्र-अभिभावक तथा शिक्षक यदि थोड़ा जागरूक रहें तो पढ़ाई में विशेष नुकसान नहीं हो सकता है. सरकार द्वारा जारी विभिन्न ऐप तथा पोर्टल बच्चों की पढ़ाई में मददगार साबित हो सकती है.इन पोर्टल तथा एेप से बच्चे करें पढ़ाई :दीक्षा पोर्टल- राज्य सरकार द्वारा निर्मित यह पोर्टल सभी वर्गों के छात्र-छात्राओं के लिए तैयार किया गया है. इसके माध्यम से विभिन्न वर्गों के विद्यार्थी विभिन्न विषयों की पढ़ाई कर सकते हैं. विषय वस्तु समझाने के लिए इसमें वीडियो, आलेख एवं इंटरएक्टिव कंटेंट को उपलब्ध कराया गया है. यह पोर्टल बिल्कुल मुफ्त में उपलब्ध है. उन्नयन ऐप :- नौवीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए उन्नयन ऐप काफी उपयोगी है. हालांकि इसका उपयोग जिले में गत सत्र से ही किया जा रहा है. वर्तमान परिस्थिति में इसकी उपयोगिता और बढ़ गयी है. मेरा मोबाइल मेरा विद्यालय के नाम से यह काफी लोकप्रिय ऐप है.

कैरियर काउंसेलिंग पोर्टल :यह पोर्टल नौवीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्र छात्राओं के लिए काफी उपयोगी है. इस पोर्टल पर बच्चों को विभिन्न प्रकार की पठन सामग्री के साथ साथ कैरियर काउंसेलिंग की लाइव सेशन भी की जाती है. इससे बच्चे अपने आगे के कैरियर संबंधी परामर्श भी प्राप्त कर सकते हैं .एनआरओइआर:यह पोर्टल भी बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए अत्यंत उपयोगी है. इस पर बच्चों के पढ़ाई के लिए सभी प्रकार की ऑनलाइन सामग्री उपलब्ध है. किसी भी वर्ग के बच्चे किसी भी विषय की पढ़ाई इसके माध्यम से आसानी से कर सकते हैं.इ-पाठशाला :यह पोर्टल बच्चों के लिए काफी उपयोगी है. इसमें बच्चों को सभी कक्षाओं की डिजिटल पुस्तकें एवं अन्य सामग्री ऑनलाइन उपलब्ध है. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद तथा यूनिसेफ के द्वारा संयुक्त रूप से बच्चों की पढ़ाई के लिए इसका विकास किया गया है. सीबीएसइ स्कूलों में ऐप से पढ़ाई : जिले के कई सीबीएसइ स्कूलों द्वारा अपने बच्चों को विशेष ऐप के माध्यम से पढ़ाई शुरू की गयी है. जिले के बड़ी संख्या में विद्यार्थी इसका लाभ उठा रहे हैं. विद्यालय संचालकों का कहना है कि कब तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे इसका कोई अनुमान नहीं है. इसलिए बच्चों की पढ़ाई ऐप के माध्यम से शुरू कर दी गयी है.

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