बिहारशरीफ.
नालंदा पुलिस ने अपहरण कांड का सफल उद्भेदन कर बड़ी सफलता हासिल किया है. पुलिस ने अपराधियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है और अपहृत व्यक्ति को भी बरामद कर लिया है. सदर डीएसपी नुरुल हक ने प्रेस वार्ता कर बताया कि लहेरी थाना को 15 अक्तूबर की दोपहर सूचना मिली थी कि सुबह 10 बजे के आसपास कुछ युवक एक बाइक पर एक 22-25 वर्षीय युवक को जबरन बैठाकर ले गए थे. तुरंत कार्रवाई करते हुए नालंदा पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के आधार पर छापेमारी शुरू की. पुलिस ने नालंदा जिला अंतर्गत बेन थाना क्षेत्र के बड़ी आंट बघार में छापेमारी की, जहां अपहृत युवक को बरामद किया गया. छापेमारी के दौरान एक अपराधी भागने में सफल हो गया जबकि एक अपराधी को हथियार समेत पकड़ा गया. पकड़ा गया अपराधी का कतरीसराय डीह निवासी सुनील कुमार सिंह का पुत्र विशाल कुमार सिंह है. उसके पास से एक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किया गया. पूछताछ में विशाल ने बताया कि उसने अपने चार साथियों के साथ मिलकर यह घटना अंजाम दिया था. उसने यह भी बताया कि अपहृत युवक उसके गिरोह का सदस्य था और उससे पैसा लेनदेन का हिसाब बाकी था. पुलिस ने बताया कि अपहृत युवक का नाम विकास कुमार शेखपुरा का रहने वाला है और पिछले दो साल से वह बिहारशरीफ में किराये के मकान में रहता है और वह साइबर अपराध गिरोह का मुख्य व्यक्ति है. वह कंप्यूटर से फर्जी विज्ञापन और सूचनाएं बनाता था, जिनका इस्तेमाल गिरोह साइबर ठगी के लिए करता था. पुलिस ने यह भी बताया कि अपहृत युवक से 11 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कराये गये थे और 50 हजार रुपये एटीएम से निकाले गये थे. पुलिस ने अपहृत युवक और अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है. इस मामले में संलिप्त विशाल, अभिषेक, आदित्य राज और प्रवीण का पहले से ही कई मामलों में आपराधिक इतिहास है. छापेमारी टीम में लहेरी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार रजक एवं डीआइयू की टीम शामिल थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है