बिहारशरीफ : नालंदा पुलिस ने गत 18 मार्च को हरनौत थानांतर्गत कल्याण बिगहा स्थित सिरसी खंधे के पास से बरामद शव मामले का उद्भेदन कर लिया है. इस मामले में सीआइएसएफ के एक जवान अजीत कुमार को बख्तियारपुर थाने के मिसी गांव से धर दबोचा है. हत्या में प्रयुक्त तीन सिम लगा दो मोबाइल भी बरामद किया गया है. सदर डीएसपी इमरान परवेज ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अजीत कुमार सीआइएसएफ जवान है, जो गोवा में कार्यरत है. मृतक विनय कुमार की पत्नी मोतिहारी जिले में पुलिस बल में कार्यरत है जबकि उसका पति विनय किसी निजी कंपनी में इंजीनियर था. डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित अजीत ने बताया कि उसका विनय की पत्नी से इश्क चल रहा था.
दोस्त होने के नाते वह विनय के घर आता- जाता था और दोनों ने एक साथ पढ़ाई की थी. इसलिए विनय की शादी के बाद वह उसकी पत्नी को दिल दे बैठा. फिर दोनों मोबाइल पर लंबी देर तक बातचीत करते थे. लेकिन इसमें उसका दोस्त विनय बाधक बना था, जिसे उसने गोली मारकर हत्या कर दी और शव को फेंक दिया गया. मोबाइल की सीडीआर से सुलझी हत्या की गुत्थी : सदर डीएसपी ने बताया कि विनय के शव बरामद करने के बाद पुलिस वैज्ञानिक ढंग से पूरे मामले के अनुसंधान में जुटी थी.
इसी दौरान एक मोबाइल नंबर संदिग्ध पाया गया, जिसके बाद पुलिस ने तफ्तीश तेज कर दी. जांच के उपरांत पुलिस ने इस मामले का उद्भेदन कर लिया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सीआइएसफ जवान ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. छापेमारी टीम में इंस्पेक्टर मो. मुश्ताक, कल्याण बिगहा ओपी प्रभारी कामेश्वर सिंह, तेलमर ओपी प्रभारी जितेंद्र कुमार, चेरो ओपी प्रभारी उमा शंकर मिश्रा, एएसआइ बबन कुमार समेत सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे.