शेखपुरा. शराबबंदी को लेकर पक्ष –विपक्ष में हो रही तकरार पर बिहार सरकार के मध निषेध मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि मेरे विचार से शराबबंदी कानून सही है. 2016 के पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने से पहले की स्थिति यह थी कभी भी अच्छे व्यक्ति शाम के वक्त चौक –चौराहे पर नहीं जाते थे. उस वक्त अच्छे इंसान शराब पीने वालों के दुर्व्यवहार के शिकार हो जाते थे और लोग कहते थे शराब पीए हुए है, छोड़ दीजिए. लेकिन,जब से शराबबंदी लागू हुआ चाहे कितना भी बड़ा पियक्कड़ हो उसे भय है कि कभी भी पुलिस पकड़कर ले जा सकती है. यह बातें बिहार सरकार के मंत्री मीडिया कर्मियों के साथ शेखपुरा सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बोल रहे थे.इसलिए मेरे जेहन में शराबबंदी कानून लागु है और यह पूर्णरूपेण लागू रहे. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं मुख्यमंत्री सामजिक सरोकार के लिये जाने जाते हैं,अजातशत्रु हैं. इन्होने ख़ासकर के सभी वर्गों के बच्चे, नौजवान साथी जिन्हें लोग बूरी आदत डाल रहे थे. उससे नौजवानों को बचाने के लिये मुख्यमंत्री ने आठ हजार करोड़ रुपया की राशि जो शराब से राजस्व के रूप में सरकार के कोष में आती थी. उसकों तिलांजलि देते हुए सभी वर्ग, धर्म,जाति के नौजवान के हित में यह शराबबंदी का निर्णय लिया था. शराबबंदी के बाद अब मजदूर वर्ग के लोग अपने पैसे का उपयोग परिवार के लिये कर रहे हैं. पहले शराब पीने पर खर्च कर देते थे. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बार-बार शराबबंदी के खिलाफ दिये जा रहे बयान उन्होंने कहा कि वह उनकी अपनी सोच है. प्रशांत किशोर के साथ ही विपक्ष द्वारा शराब चालु करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मां –बहनों ने उन्हें करारा जबाब दिया है. मां –बहनों के कहने पर ही राज्य में शराबबंदी लागू हुआ है. अब घरेलु हिंसा,सड़क दुर्घटना में कमी आई है. शराब के धंधे से जुड़े लोगों को रोजगार से जोड़ने की पहल के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार वैसे लोगों को रोजगार से जोड़ने का पहल कर रही है, यह कबिनेट से पास हो गया है, लोगों को रोजगार से जोड़ा जायगा. भूमि सर्वे में नाजायज राशि वसूलने के संबंध में मंत्री में कहा कि अगर सही शिकायत मिलती है तो उनके खिलाफ कड़ी कारवाई की जायगी. तेजस्वी यादव के महादलित के हितैषी कहे जाने पर उन्होंने कहा कि राजद के शासनकाल में कई नरसंहार हुए है. जिससे महादलित परिवारों में खौफ रहता था. जब नीतीश कुमार की सरकार 2005 में आई उसके बाद राज्य में शांति बहाल हुआ.सर्किट हाउस में महादलित के जिलाध्यक्ष आशीष मांझी, अशर्फी मांझी, सहित अन्य में फुल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया. मंत्री ने शराबबंदी के जागरूकता कार्यक्रम में किया शिरकत अरियरी प्रखंड के हजरतपुर मड़रो पंचायत सरकार भवन में शराबबंदी को लेकर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में शिरकत करते हुए इस कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उदघाटन किया. इस मौके पर पूर्व विधायक सह जदयू जिलाध्यक्ष रंधीर कुमार सोनी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे. मंत्री ने इस मौके पर लोगों से हर प्रकार के नशा का त्याग करने की अपील की. इस मौके पर कला जत्था की टीम ने लोगों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से शराब सहित अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक किया. इस मौके पर मंत्री ने जीविका दीदियों को शराबबंदी का वाहक बताया और उनकी जानकर तारीफें की. इसके कार्यक्रम के बाद मंत्री ने चांदी पहाड़ पर आयोजित राम लक्ष्मण शबरी मेला का भी उद्घाटन किया.
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