बढ़ती जा रही स्मार्ट सिटी में आवागमन की परेशानी

बिहारशरीफ को जब से स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला है, तब से यहां के लोगों को परेशानियां बढ़ती जा रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 26, 2024 9:55 PM

बिहारशरीफ. बिहारशरीफ को जब से स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला है, तब से यहां के लोगों को परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. स्मार्ट सिटी घोषित होने के बाद से बिहारशरीफ में होडिंग टैक्स, कूड़ा उठाव टैक्स, नल-जल कनेक्शन आदि के राजस्व में बढ़ोत्तरी हुई है, लेकिन सुविधा के नाम पर लोगों के लिए दिन-ब-दिन परेशानियां बढ़ती जा रही है. कहीं निर्माण एजेंसी की मनमानी तो कहीं ईंट-बालू लोडेंड वाहन से आने-जाने वाले रास्ता बर्बाद हो रहा है. शुक्रवार की सुबह वार्ड-22 में शिवपुरी मिशन चौक के पास एक ईंट लदा ट्रैक्टर उखड़ी सड़क में धंस गयी. इसी के चंद कदम आगे गोपाल पांडेय के मकान से पूरब बीच सड़क दो फुट नीचे धंस गयी. जिससे नालंदा कॉलोनी से विद्या भारतीय पब्लिक स्कूल होते पूरब खलिहानपर तक जाने का रास्ता खतरनाक हो गया है. इसको लेकर कुछ स्थानीय लोगों ने जनप्रतिनिधि और नगर निगम से की तो नगर निगम ने लाल मिट्टी और गिड्ढी गिरा दिया, लेकिन समतल नहीं किया है. नतीजतन इस मार्ग में कहीं कीचड़ तो कहीं लाल मिट्टी -गिड्ढी से आवागमन लायक मार्ग नहीं बन पाया है. इसी प्रकार वार्ड संख्या-34 के बुलक कुआं मोहल्ला में पांच दिनों से निर्माण एजेंसी गड्ढा खोदकर छोड़ दिया है, जिससे आने -जाने वाले को फजीहत उठानी पड़ती है. लोगों का कहना है कि स्मार्ट सिटी के निर्माण एजेंसी के कारण शायद ही कोई ऐसा दिन होता हो गया कि कहीं -कहीं कोई ई-रिक्शा, बाइक, स्कूटी या ऑटो दुर्घटनाग्रस्त नहीं होता हो. शहर के हर वार्ड में किसी न किसी योजना के नाम पर खुदाई काम चल रहा है. कहीं सीवरेज, कहीं नाला, कहीं पुल, कहीं सड़क, कहीं गली ढलाई, कहीं गैस पाइप बिछाने आदि के लिए निर्माण काम चल रहा है, लेकिन निर्माण एजेंसी लगातार एक क्षेत्र में काम नहीं करते हैं. एक दिन काम करने के बाद दूसरे साइड पर चले जाते हैं. नतीजतन आधे-अधुरे नाला, सीवरेजन आदि का काम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है.

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