महिला मरीज की मौत के बाद निजी अस्पताल में तोड़फोड़ व हंगामा
रविवार की देर रात को खंदकपर स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों एवं ग्रामीणों ने बवाल काटा .
बिहारशरीफ. रविवार की देर रात को खंदकपर स्थित एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों एवं ग्रामीणों ने बवाल काटा .अस्पताल में तोड़फोड़ की.जिससे निजी अस्पताल को लाखों की क्षति हुई. मृत मरीज चैनपुरा गांव निवासी गुड़िया देवी है. बिहार थाना क्षेत्र के चैनपुरा गांव निवासी गुड़िया देवी को रविवार की शाम को पेट में दर्द हुआ, जिसे इलाज के लिए एक नर्स के कहने पर खंदकपर स्थित शारदा पेट्रोल पंप के समीप एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान अस्पताल में काम कर रही नर्स पूनम कुमारी ने दवाई दी और इंजेक्शन लगायी. इसके बाद महिला मरीज गुड़िया देवी की तबीयत बिगड़ गई और देखते ही देखते मरीज की मौत हो गई. मरीज की मौत की खबर सुनने के बाद परिजनों में आक्रोश बढ़ गया और निजी अस्पताल में तोड़फोड़ की. परिजनों एवं ग्रामीणों ने इलाज कर रही नर्स पूनम कुमारी को अस्पताल के बिल्डिंग से नीचे फेंक दिया और मारपीट भी की . इसी दौरान किसी ने डायल 112 को सूचना दी. सूचना मिलने के बाद डायल 112 की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और पिटाई करते नर्स को बचा लिया ,जिससे नर्स मॉब लीचिंग का शिकार होने से बच गई. डायल 112 की पुलिस ने नर्स को सदर अस्पताल बिहारशरीफ में इलाज के लिए भर्ती कराया. सूचना मिलने के बाद बिहार थाने की पुलिस पहुंची और हल्ला और हंगामा कर रहे मरीज के परिजनों और ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया. परिजनों का आरोप – निजी अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टर मरीज का इलाज करते हैं. जहां आए दिन मरीज के जान से खिलवाड़ करते हैं. उनका कहना है की सरकार और स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी के द्वारा निजी अस्पतालों का निरीक्षण एवं जांच नहीं की जाती है. इधर, बिहार थानध्यक्ष राम शंकर सिंह ने बताया कि एक महिला मरीज की मौत के बाद एक निजी अस्पताल में तोड़फोड़ और मारपीट की घटना की सूचना मिली थी. उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बाद थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कर दिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि परिजनों द्वारा अस्पताल में काम कर रही एक नर्स के साथ भी अभद्र व्यवहार एवं मारपीट की गई लेकिन समय रहते डायल 112 की पुलिस ने महिला नर्स को मॉब लीचिंग का शिकार होने से बचा लिया और सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करा दिया. उन्होंने बताया कि अभी तक किसी ने आवेदन नहीं दिया है फिर भी पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
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