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नियोजित शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन 30 जून तक

जिले में वर्ष 2014 से लेकर 2022 तक लगभग 9500 शिक्षकों को स्थानीय निकायों द्वारा नियोजित किया गया है. इनमें से 2014 से लेकर 2019 के कुछ महीनो तक नियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारियों के द्वारा की जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 19, 2024 9:57 PM

बिहारशरीफ. जिले में वर्ष 2014 से लेकर 2022 तक लगभग 9500 शिक्षकों को स्थानीय निकायों द्वारा नियोजित किया गया है. इनमें से 2014 से लेकर 2019 के कुछ महीनो तक नियुक्त शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अधिकारियों के द्वारा की जा रही है. दूसरी तरफ वर्ष 2019 से वर्ष 2022 तक स्थानीय निकायों के द्वारा नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच शिक्षा विभाग के द्वारा अपने स्तर से कराई जा रही है. पूर्व में 7 मार्च 2024 को विभाग के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र निर्गत कर 2019 से 2022 तक नियोजित किए गए सभी शिक्षकों के सभी शैक्षणिक तथा प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों के सत्यापन का आदेश दिया गया था. हालांकि उन दिनों भी सत्यापन का कार्य पूरा नहीं हुआ था. विभाग द्वारा एक बार फिर 30 जून 2024 तक सभी शिक्षकों के प्रमाण पत्र का सत्यापन का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया था. बल्कि इसी शर्त पर स्थानीय निकायों द्वारा नियुक्त शिक्षकों के वेतन आदि का भुगतान किया गया था. एक बार फिर प्राथमिक शिक्षा निदेशक के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी कर इस दिशा में ध्यान दिलाया गया है ताकि समय पर उक्त अवधि में नियोजित हुए शिक्षकों के सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन का कार्य पूरा कर लिया जाए. चुकी समय सीमा समाप्त होने वाली है. ऐसे में विभागीय अधिकारी के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को सत्यापन कार्य को यथाशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया है. समय पर प्रमाण पत्र के सत्यापन का कार्य पूरा नहीं होने पर 2019 से 22 तक नियुक्त नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान में बाधा भी आ सकती है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन का कार्य तेजी से किया जा रहा है.

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