पानी के लिए सड़क पर उतरे मलहाबाद गांव के ग्रामीण
जैसे-जैसे गर्मी तप रही है, प्रखंड में पीने के पानी की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है. दिन - प्रतिदिन पानी की आवश्यकता की पूर्ति को लेकर ग्रामीण अपना सारा कार्य छोड़कर सड़क जाम व धरना देने को विवश हैं.
इसलामपुर (नालन्दा) जैसे-जैसे गर्मी तप रही है, प्रखंड में पीने के पानी की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है. दिन – प्रतिदिन पानी की आवश्यकता की पूर्ति को लेकर ग्रामीण अपना सारा कार्य छोड़कर सड़क जाम व धरना देने को विवश हैं. एक तरफ तपिश भरी गर्मी और गर्म हवा के थपेडो ने आम लोगों का जीना मुहाल कर दिया है, तो दूसरी तरफ पानी का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण लोगों को शुद्ध पानी मिलना दुश्वार हो गया है. शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र के मलहाबाद गांव के सैकड़ों महिला-पुरुष घर की दहलीज से बाहर निकलकर इस्लामपुर- राजगीर सड़क को जाम कर दिया. लगभग एक घंटे से अधिक समय तक जाम कर यातायात अवरुद्ध कर जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के विरुद्ध नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया. सड़क जाम के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों, महिलाएं और बच्चों द्वारा दुपहिया वाहन सवार लोगों को निशाना बनाया गया. एक घंटे से अधिक समय तक सड़क जाम के कारण खोदागंज, सरवहदा, छबिलापुर, राजगीर आदि स्थानों के लिये आने-जाने वाले वाहनों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं जाम कर रहे लोगों ने यात्रियों के साथ भी धक्का मुक्की की और उदंडता से वहीं पर रुकने को विवश कर दिया. इस्लामपुर प्रखंड में इन दिनों नल जल योजना का हाल काफी बुरा हैं और इसका सही लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा हैं. ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड सदस्य और सचिव की मिलीभगत से जहां सरकार को चूना लगाया जा रहा है. यहां तक कि जांच के नाम पर भी सिर्फ खानापूर्ति की जा रही हैं. इसके कारण इस भीषण गर्मी में लोगों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा हैं. इन पंचायतों के वार्ड में पड़ने वाले आधे घरों में पानी पहुंचा तो आधे घरों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ हैं. जहां आधे घंटे में एक बाल्टी पानी भरा जाता हैं. ग्रामीण छोटू यादव ने बताया कि वार्ड सदस्य और सचिव ने मिलीभगत कर उस जगह बोरिंग कर दिया जहां पानी बहुत कम था. मात्र 80 फीट बोरिंग किया गया हैं. उन्होंने यह भी बताया कि वार्ड सदस्य अपने खेत में पटवन को लेकर उस जगह पर बोरिंग किया हैं. इससे वार्ड के लोगों को फायदा नहीं हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि नल-जल योजना से कराई गई बोरिंग के फेल होने से लोगों को पेयजल की समस्या से जूझने को मजबूर होना पड़ रहा है. पंचायत के वार्ड नंबर आठ में नल जल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिलता है. बीडीओ मुकेश कुमार के द्वारा जांच के बाद कार्रवाई के आश्वासन व तत्काल पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों को टैंकलोरी भेज कर व चापाकल की मरम्मत के लिए मिस्त्री बुलाने के बाद लोग अपने घर चले गए.
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