झारखंड से पानी छोड़ने के बाद नदियों का बढ़ा जलस्तर
झारखंड के उपरी इलाकों में अधिक वर्षा होने तथा वहां से नदियों में पानी छोडे जाने के कारण शनिवार से ही जिले की कई नदियों का जल स्तर बढ़ गया है.
बिहारशरीफ. झारखंड के उपरी इलाकों में अधिक वर्षा होने तथा वहां से नदियों में पानी छोडे जाने के कारण शनिवार से ही जिले की कई नदियों का जल स्तर बढ़ गया है. इससे शनिवार को अचानक पंचाने नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा था. इसके कारण शहर के निचले इलाकों के खेतों में पानी भर गया था. शहर के हवीपुरा, जलालपुर, आशा नगर, बसार विगहा तथा किसान कॉलेज सोहसराय के पास छिल्का पर आदि कई स्थलों पर गलियों से लेकर सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी बहने लगा था . इससे एक तरफ जहां खेतों में लगी हुई सब्जियां तथा विभिन्न फसलें पानी में डूब गई थी, वही कई मोहल्लों में आवागमन की समस्या उत्पन्न हो गई थी. हालांकि रविवार को पंचाने नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो गया है, जबकि जिले की दूसरी नदियों का जलस्तर में वृद्धि देखा जा रहा है. इसे लेकर जिला प्रशासन के द्वारा सतर्कता बरती जा रही है. जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर के द्वारा रविवार को शहर के सोहसराय छिलका सहित विभिन्न प्रभावित मोहल्लों का निरीक्षण किया गया. सभी जगह पानी का स्तर कम होने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं. इधर जिरायन नदी का जलस्तर बढ़ने से अस्थावां तथा बिन्द प्रखंड क्षेत्र के तटबंधों पर दबाव बढ़ गया है. दूसरी तरफ परवलपुर से गुजरने वाली पैमार नदी का जलस्तर बढ़ने से पास के शंकर डीह पंचायत के वार्ड तीन एवं सात के लगभग 20 घरों में पानी घुस गया है. बाढ़ आपदा प्रबंधन के तहत जिला प्रशासन द्वारा ऐसे परिवारों को बगल के स्कूल में शरण दिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा प्रभावितों के बीच प्लास्टिक सीट तथा चूड़ा- गुड आदि का वितरण कर उनके लिए सामुदायिक रसोई भी चलाया गया है. यहां जिला प्रशासन के द्वारा सतर्कता बरती जा रही है. इसके अलावा जिला पदाधिकारी के द्वारा अस्थावां प्रखंड में अंदी गांव के फतहा खंधा बांध कटाव की मरम्मती कार्य की प्रगति का निरीक्षण एसडीआरएफ बोट के माध्यम किया गया .उन्होंने वोट के माध्यम से जिराइनपर से नदी के रास्ते फतहा खंदा, बाहा नदी उतरवारी पीठ तक बांध का स्थलीय निरीक्षण किया .उन्होंने कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ आपदा से बचाव के लिए जहां तहां बांध कटाव की मरम्मती यथाशीघ्र सुनिश्चित करें. रात्रि प्रहर में भी बांध की सुरक्षा सुनिश्चित की जाय. इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, स्थानीय मुखिया पुलिस पदाधिकारी सहित स्थानीय ग्रामीण आदि उपस्थित थे.
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