एसडीएम, एसडीपीओ आवास सहित कई सरकारी संस्थानों में बारिश के बाद जलजमाव
सोमवार के लिए रात्रि हुई मूसलाधार बारिश के बाद शेखपुरा शहर के वीआईपी रोड अवस्थित एसडीएम,एसडीपीओ के आवास सहित कई संस्थानों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी.
शेखपुरा.
सोमवार के लिए रात्रि हुई मूसलाधार बारिश के बाद शेखपुरा शहर के वीआईपी रोड अवस्थित एसडीएम,एसडीपीओ के आवास सहित कई संस्थानों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. बारिश के बाद शेखपुरा शहर के बंगाली पर मोहल्ले में कई गलियों में भी घुटने भर पानी जम गया. जिसके कारण आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हुई. उक्त मोहल्ले के कई घरों में भी बरसात और नाले का पानी प्रवेश कर गया. मूसलाधार बारिश के बाद जहां जलस्तर में बढ़ोतरी की उम्मीदें बढ गयी है. वहीं किसानों में भी खुशी का माहौल देखा जा रहा है. हालांकि, कुछ सरकारी संस्थानों में जलजमाव की चपेट में आने से अधिकारी भी परेशान हैं. बताया जाता है कि पिछले 4 वर्ष के अंतराल में शेखपुरा में इतनी अच्छी बारिश नहीं हुई थी. बारिश के कमी के कारण जिले के भूगर्भ जलस्तर में भी काफी गिरावट हुआ था. लेकिन इस वर्ष हुई अच्छी बारिश ने आम लोगों को राहत दी है.तीन दशक से अधिक पुराना है भवन :
मूसलाधार बारिश के बाद सरकारी भवनों में नाले और बरसात का पानी प्रवेश करने का मुख्य कारण करीब तीन दशक से अधिक पुराना कंस्ट्रक्शन होना है. अधिकारियों का आवास काफी नीचे है. जबकि नाला और सड़क ऊंचा रहने के कारण मूसलाधार बारिश होने के बाद बरसात और नाले का पानी आवासीय क्षेत्र में जम जाता है. मंगलवार की स्थिति पर नजर डालें तो वीआइपी रोड स्थित अनुमंडल अधिकारी के सरकारी आवास में मुख्य द्वार से ही जलजमाव अंदर परिसर में फैल गया है. यही हाल एसडीपीओ आवास का भी देखा गया. वहीं, रेड क्रॉस सोसाइटी के सटे सहकारिता कार्यालय का परिसर भी जल जमाव की चपेट में रहा. वहीं मंडल कारा शेखपुरा परिसर में भी जलजमाव, प्रशासन और कैदियों के लिए परेशानी का सबब बन गया.नाले की स्थिति भी ठीक नहीं :
शेखपुरा शहर के वीआइपी रोड से लेकर बाईपास में पुराने सरकारी संस्थाओं को देखते हुए नाला का निर्माण नहीं कराया जा सका. ड्रेनेज सिस्टम बेहतर नहीं होने के कारण संस्थान आज जलजमाव की चपेट में आ गये हैं. अधिकारियों की माने तो वीआईपी रोड में बना हुआ नाला काफी जर्जर स्थिति में है. जिसके कारण नल का पानी भी आवास कैंपस में चला जाता है मूसलाधार बारिश के बाद सरकारी आवासों का स्थिति दयनीय है.जिला अधिवक्ता भवन में भी जलजमाव :
जिला अधिवक्ता संघ भवन में दूसरे दिन भी पानी जमा हो जाने से बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा. इसके अलावा जिला अभियोजन कार्यालय में अभियोजकों को प्रवेश करना भी मुश्किल हो रहा था. अधिवक्ताओं ने दिन में सूर्य निकालने के बाद पानी में भींग गये कानूनी कागजात को बाहर धूप में सूखाते देखे गये.शेखपुरा प्रखंड में सबसे अधिक बारिश दर्ज :
दूसरे आधी रात के बाद सबसे जायदा बारिश सदर प्रखण्ड क्षेत्र में दर्ज की गयी. यहां मध्य रात्रि के बाद 55.2 मिमी बारिश दर्ज की गयी. बीते रात्रि यहां 60 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गयी थी. उसी प्रकार बरबीघा प्रखण्ड क्षेत्र में रात्रि में 22.6 मिमी, शेखोपुरसराय में 14.2 मिमी, चेवाड़ा में 10.2 मिमी और अरियारी और घाटकुसुमभा क्षेत्र में नाममात्र की क्रमश 2.4 मिमी और 2.2 मिमी बारिश दर्ज की गयी.शेखपुरा में लगभग धान की रोपनी पूरी :
जिले में अगस्त माह में अच्छी बारिश के कारण धान रोपनी का काम लगभग पूरा हो गया है. जिले में इस बार 27 हजार हेक्टेयर भूभाग पर धान रोपने का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें से अभी तक 98 प्रतिशत भूभाग पर धान की रोपनी कर ली गयी है. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि धान रोपने का काम सबसे ज्यादा लक्ष्य का 103 प्रतिशत जिले के घाटकुसुमभा प्रखण्ड क्षेत्र में की गयी. जबकि सबसे कम धन की रोपनी 94 प्रतिशत सदर प्रखंड शेखपुरा में जा सकी है. उसी प्रकार बरबीघा प्रखण्ड क्षेत्र में लक्ष्य का शत-प्रतिशत, शेखोपुरसराय में लक्ष्य से भी ज्यादा 101प्रतिशत, चेवाड़ा में 99 प्रतिशत और अरीयरी प्रखंड क्षेत्र में 96 प्रतिशत भूभाग पर धान की रोपणी कर ली गयी है. जिले में किसानों ने लक्ष्य का 73 प्रतिशत भूभाग पर मक्का भी लगा लिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है