महिला पुलिस इंस्पेक्टर ने रक्तदान कर बचाई बुजुर्ग की जान
पुलिस के सख्त लहजे और कठोर व्यवहार से समाज में उसकी अलग ही छवि बन गई है. लेकिन शुक्रवार को एक महिला पुलिस कर्मी द्वारा अपना रक्त दान कर एक अनजान मरीज की जान बचाने की घटना से लोगों को पुलिस के प्रति अपना नजरिया बदलना पड़ रहा है.
बिहारशरीफ. पुलिस के सख्त लहजे और कठोर व्यवहार से समाज में उसकी अलग ही छवि बन गई है. लेकिन शुक्रवार को एक महिला पुलिस कर्मी द्वारा अपना रक्त दान कर एक अनजान मरीज की जान बचाने की घटना से लोगों को पुलिस के प्रति अपना नजरिया बदलना पड़ रहा है. इस घटना के बाद से लोग पुलिस के सकारात्मक व्यवहार को लेकर अब प्रशंसा कर रहे हैं. मामला एक बुजुर्ग मरीज से जुड़ा हुआ है .बरबीघा के इस बुजुर्ग मरीज का इलाज शहर के एक निजी अस्पताल में हो रहा था. इस दौरान उस मरीज को रक्त की आवश्यकता पड़ रही थी. संयोगवश ””””””””””””””””ए”””””””””””””””” पॉजिटिव ग्रुप का ब्लड मुश्किल से मिलने के कारण कहीं से भी ब्लड की व्यवस्था नहीं हो रही थी. इससे उस बुजुर्ग मरीज की जान खतरे में पड़ गई थी. तभी स्थानीय लहेरी थाना की पुलिस इंस्पेक्टर निशा भारती वर्दी में ही उक्त बुजुर्ग मरीज को रक्त देने के लिए उस निजी अस्पताल में पहुंच गई. उन्होंने मरीज को अपना ””””””””””””””””ए”””””””””””””””” पॉजिटिव ब्लड देकर उसकी जान बचाई. इसकी चारों ओर चर्चा हो रही है तथा लोग पुलिस के इस व्यवहार की तारीफ कर रहे हैं. दर असल बरबीघा के उक्त बुजुर्ग मरीज को ””””””””””””””””ए”””””””””””””””” पॉजिटिव ब्लड की जरूरत थी. मरीज के परिजन द्वारा चारों तरफ उस ग्रुप के ब्लू की तलाश की लेकिन कहीं से भी उपलब्ध नहीं हुआ मरीज के परिजनों के द्वारा नालंदा ब्लड ग्रुप के आमिर सोहेल से ब्लू के लिए संपर्क किया गया. आमिर सोहेल ने ब्लड के लिए पुलिस इंस्पेक्टर निशा भारती से संपर्क किया. उक्त बुजुर्ग की समस्या सुनकर उन्होंने तुरंत रक्त देने के लिए तैयार हो गई. उन्होंने तत्काल निजी अस्पताल में जाकर रक्तदान किया तथा बुजुर्ग की जान बचाई जा सकी. इस मौके पर नालंदा ब्लड ग्रुप के आमिर सोहेल, तनवीर आलम, खालिद आलम, वीरू सिंह, पुलिस इंस्पेक्टर सिंपी कुमारी, सोनू कुमार, इंद्रजीत कुमार आदि मौजूद थे.
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