शहर में स्मार्ट सिटी की तीन बड़ी योजनाओं का चल रहा है कार्य
स्मार्ट सिटी के तहत चल रही परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अब केवल 43 दिन ही शेष बचे हैं. शहर में स्मार्ट सिटी की तीन बड़ी परियोजनाओं का काम चल रहा है जिसकी लागत करीब 500 करोड़ रुपए है.
बिहारशरीफ. स्मार्ट सिटी के तहत चल रही परियोजनाओं को पूरा करने के लिए अब केवल 43 दिन ही शेष बचे हैं. शहर में स्मार्ट सिटी की तीन बड़ी परियोजनाओं का काम चल रहा है जिसकी लागत करीब 500 करोड़ रुपए है. इन तीनों बड़ी में फ्लाईओवर, स्मार्ट फोरलेन व सीवरेज एंड ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण कार्य शामिल है. स्मार्ट सिटी के इन तीनों बड़ी परियोजनाओं का काफी काम बाकी बचा हुआ है. जून 2024 तक कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है. वैसे तो इन योजनाओं का कार्य तीव्र गति से चल रहा है. इतने कम दिन बचे होने के कारण समय पर कार्य को पूरा होने पर संशय बरकरार है. शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के भरावपर चौक के पास फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है. बार फिर बंद पड़ा हुआ है. फ्लाईओवर परियोजना की जरूरत भविष्य में बढ़ने वाले यातायात भार को देखते हुए महसूस की गई थी. शहर के रांची रोड में स्थित एलआइसी भवन के पास से सोगरा कॉलेज मोड़ तक इस फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है. करीब आठ मीटर चौड़ी इस फ्लाईओवर में दो लेन होंगे. इसी प्रकार शहर के नाला रोड में स्मार्ट फोरलेन का निर्माण किया जा रहा है. इस मार्ग में नाला के अलावा सड़क, वेंडिंग जोन, बस स्टाप , शौचालय व अन्य सुविधाएं बनायी जानी है. मार्ग के ओवरहेड बिजली की लाइन को अंडरग्राउंड भी किया जाना है. करीब 100 करोड़ से अधिक की लागत वाली इस परियोजना का अभी काफी कार्य बाकी है. वहीं शहर में सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण का कार्य भी चल रहा है. घर-घर को सीवरेज का कनेक्शन दिया जाना है. इसके अलावा कुछ स्थानों पर वाटर प्यूरीफायर केंद्र का निर्माण भी किया जाना है. करीब 300 करोड़ रुपए की लागत वाली इस योजना का अभी काफी कार्य बाकी है. निर्माण कार्य की धीमी गति का आलम यह है कि 29 माह में भी यह कार्य पूरा नहीं हो सका है. ऐसे में अब केवल 43 दिन बाकी बचे हुए कार्य कैसे पूरा होगा, यह कहना मुश्किल है. लक्ष्य के इतने कम दिन बचे होने के कारण शहरवासियों को परेशान कर रहा है. फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अधूरा रह जाने शहरवासियों को बरसात के मौसम में भारी फजीहत झेलनी पड़ेगी. अधिकारियों ने बताया कि संवेदक को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दे दिया गया है. दिन-रात कार्य चल रहे हैं. हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि समय पर कार्य पूरा कर लिया जाए. समयानुसार कार्य पूरा नहीं होने पर संवेदक के बिल भुगतान में कटौती की जाएगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है