असाध्याय रोगों से मुक्ति के लिए योग जरूरी : कुलपति
मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार को नव नालंदा महाविहार सम विश्वविद्यालय, नालंदा में भव्य योगोत्सव कार्यक्रम व स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया.
राजगीर. मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के तत्वावधान में शनिवार को नव नालंदा महाविहार सम विश्वविद्यालय, नालंदा में भव्य योगोत्सव कार्यक्रम व स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह प्रार्थना के बाद योगाभ्यास (प्रोटोकॉल) से किया गया. इस योगाभ्यास कार्यक्रम में 500 से अधिक लोग शामिल हुए. योगाभ्यास कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश रंजन, कुलसचिव डाॅ मिता सहित प्राध्यापक, शिक्षकेत्तर कर्मी, शोधार्थी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए. महाविहार कैंपस में आयोजित योगा प्रोटोकॉल के अनुसार योग कराए गए, जिसमें ताड़ासन, त्रिकोणासन, चक्त्रासन, वज्रासन, भुजंगासन, सुखासन, कटिचक्रासन, सर्पासन, कपालभांति, अनुलोम विलोम, ध्यान प्रणायाम आदि कराये गये. मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रति वर्ष 100 चयनित विशिष्ट स्थलों पर योगोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. यह कार्यक्रम मार्च माह से प्रारंभ होता है. प्रत्येक दिन किसी एक विशिष्ट स्थल पर योगोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष ज्ञानपीठ नालंदा के नव नालंदा महाविहार का चयन किया गया है. इस योगोत्सव कार्यक्रम के अतिरिक्त नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया. स्वास्थ्य शिविर में ब्लड प्रेशर, शुगर, वजन, मोटापा, थायराइड, मेरूदण्ड तथा उदर रोग जैसे साध्य-असाध्य रोगों आदि की जांच की गयी. इस अवसर पर कुलपति द्वारा इस आयोजन के लिए आयुष मंत्रालय को धन्यवाद दिया गया. उन्होंने कहा कि यदि हम नियमित रूप से सुबह हर रोज एक घंटा योग करेंगे, तो जोड़ों के दर्द, पेट आदि सहित असाध्य रोगों से भी मुक्ति पा सकते हैं. उन्होंने बताया कि योग प्राचीन भारतीय जीवन पद्धति है. योग के जरिए न सिर्फ बीमारियों का निदान किया जा सकता है, बल्कि इसे अपनाकर शारीरिक और मानसिक तकलीफों को दूर रखा जा सकता है. नियमित योग करने से ही सभी निरोग रह सकते हैं. कार्यक्रम का संचालन योग एवं विपश्यना विभागाध्यक्ष प्रो. सुशिम कुमार दुबे ने किया। उनके द्वारा योग के विभिन्न आयामों के महत्व को साझा किया गया. उन्होंने कहा कि बताया कि योग मात्र से हम बिना कुछ खर्च के अपने शरीर का स्वास्थ्य लाभ दे सकते हैं. धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डाॅ मीता ने किया. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन नियमित होने चाहिए. जिससे लोगों में योग के प्रति जागरूकता आए. इस कार्यक्रम में महाविहार के शिक्षक, शोधछात्र, छात्र-छात्राएं, कर्मचारी, महाबोधि महाविद्यालय, नालंदा खुला विश्वविद्यालय, मां सरस्वती विद्या मंदिर, बुद्धा सेंट्रल स्कूल, स्वामी विवेकानंद स्कूल, एसीटीआइ कंप्यूटर सेंटर, आईपीएस स्कूल, कपटिया, एंजल योगा, सूरजपुर, प्राथमिक विद्यालय, कपटिया और प्राथमिक विद्यालय, नोना आदि के शिक्षक व छात्र-छात्राएं शामिल हुए. ब्रह्मदेव कुमार ने योग स्वास्थ्य जागरूकता अभियान में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में सहभागिता प्रदान किया. इसके पूर्व विपश्यना व योगा के विद्यार्थियों द्वारा व्यक्तिक योग शिविर का नालंदा, बिहारशरीफ व आसपास के क्षेत्रीय विद्यालयों, स्थलों में योग शिविर लगाया गया.
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