बिहार के भागलपुर में बाइक चोरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा. पुलिस से बेखौफ होकर बाइक चोर गिरोह के ये सदस्य शहर में सक्रिय हैं. इस बार एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर के बाइक को ही लेकर चोर फरार हो गए. इस घटना को दोपहर बाद 4 बजे अंजाम दिया गया. शहर के व्यस्त इलाकों में एक जोगसर ओपी क्षेत्र अंतर्गत आदमपुर की यह घटना है जहां सीएमएस हाई स्कूल के मेन गेट पर से इंटरस्तरीय विद्यालय भवनपुरा, खरीक के प्रभारी प्रधानाध्यापक की बाइक चोरी कर ली गयी. अब पीड़ित हेडमास्टर थाने का चक्कर काट रहे हैं और विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक के पास भी मीडिया के माध्यम से गुहार लगा रहे हैं.
भागलपुर में बाइक चोरी के मामलों में इजाफा होता रहा है. चोरी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. दिनदहाड़े सड़क किनारे व बीच बाजार से ये चोर बाइक लेकर फरार हो जाते हैं. बाइक चोरी के अधिकतर मामलों में पुलिस के हाथ खाली ही रहे हैं. पिछले दिनों बाइक चोरी को लेकर जिले के पुलिस कप्तान ने निर्देश दिए ही थे कि बाइक चोरों ने फिर एकबार उन्हें चुनौती दे दी. इंटरस्तरीय विद्यालय भवनपुरा, खरीक के प्रभारी प्रधानाध्यापक रामचंद्र मंडल शनिवार को जोगसर थाना पहुंचे और अपनी बाइक चोरी होनी की सूचना पुलिस को दी.
प्रभात खबर डिजिटल, से बातचीत में सबौर निवासी पीड़ित प्रधानाध्यापक ने बताया कि वो 13 जनवरी 2024 दिन शनिवार को दोपहर बाद 4 बजे मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा 2024 की गोपनीय सामग्री लेने सीएमएस स्कूल भागलपुर पहुंचे थे. जब वो विद्यालय पहुंचे तो पाया कि मेन गेट बंद था. जिसके कारण बाइक वो अंदर लेकर नहीं जा सके और स्कूल के मेन गेट पर ही बाइक उन्होंने खड़ी कर दी. जब वो परीक्षा सामग्री का उठाव करके बाहर आए तो अपनी लाल रंग के Hero HF Deluxe बाइक (BR 10 T 4713) उन्होंने उस जगह पर नहीं पाया जहां उसे वो खड़ी करके गए थे. करीब 15 मिनट ही वो अंदर थे और इतने ही देर में बाइक गायब कर दी गयी. बताया कि उन्होंने काफी खोजबीन की लेकिन बाइक का कुछ पता नहीं चला तो जोगसर थाने पहुंचे और पुलिस को इसकी सूचना दी. लेकिन उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया. अगले दिन आने की बात कही गयी.
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वहीं अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हाेंने अब शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक से भी गुहार लगायी है. उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव के निर्देश को स्वीकारते हुए वो इस कड़ाके की ठंड में भी अपने संसाधन से ही दूसरे स्कूल जाकर परीक्षा सामग्री का उठाव करते हैं. उसके बाद विद्यालय का मुख्य द्वार बंद रहता है तो मजबूरन बाइक सामने गेट पर लगाकर अंदर जाते हैं. लेकिन उनकी बाइक चोरी कर ली जाती है. दिन-रात एक करके विद्यालय के लिए लगे रहने के बाद भी बड़ा नुकसान होने से वो बेहद दुखी हैं. पीड़ित हेडमास्टर ने अपर मुख्य सचिव से गुहार लगायी है कि शिक्षा विभाग के द्वारा पुलिस प्रशासन को इस ओर कार्रवाई करने और चोरी की गयी बाइक जब्त करने को कहा जाए.
वहीं पीड़ित हेडमास्टर ने बताया कि जोगसर थाने में वो आवेदन देने पहुंचे तो उन्हें आवेदन में सुधार करके अगले दिन लाने को कहा गया जिसके बाद अब वो रविवार को थाना पहुंचे. रविवार को उनकी शिकायत पर केस (Case No- 35/24) दर्ज किया गया. बता दें कि पुलिस के इस रवैये से समझा जा सकता है कि मामले को कितनी गंभीरता से लिया गया होगा. बाइक चोरी होने की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई को उचित नहीं समझा. जबकि जिस जगह से बाइक चोरी की गयी है वहां से करीब 100 मीटर की दूरी पर ही पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं जो ट्रैफिक व्यवस्था देखते हैं. बाइक सवारों को हेलमेट नहीं रहने पर ऑनलाइन चालान फौरन भेज दिया जाता है लेकिन कैमरे के सामने बाइक चोरी हो जाए तो पुलिस को इसकी परवाह नहीं होती. बता दें कि 7 जनवरी को भी आदमपुर चौक से एक बाइक निजी क्लीनिक के सामने से चोरी कर ली गयी थी. पुलिस उसके बाद भी सख्ती नहीं बरत सकी और सप्ताह भर के अंदर में दूसरी घटना उसी जगह से सामने आयी है.