पटना के गंगा पथ को बाइकर्स ने बनाया रेस ट्रैक, कमिश्नर कार्यालय के सामने सूरज ढलते ही लग जाता है जमावड़ा
गंगा पथ पर बाइकर्स जान हथेली पर रख और लोगों की जान की फिक्र किये बगैर रेसिंग व स्टंट कर रहे हैं. सूरज ढलते ही करीब आधा दर्जन बाइकर्स स्पोर्ट्स बाइक से पहुंचते हैं और खेल शुरू हो जाता है. लगातार कार्रवाई होने के बावजूद बाइकर्स खुलेआम चुनौती दे रहे हैं
पटना. जोर-जोर से चिल्लाते सैकड़ों लोग…सड़क के दोनों तरफ खड़े हैं. बाइक की आवाज के साथ लोगों की आवाज भी तेज है. कोई आर-15, तो कोई पल्सर 220 पर दांव खेल रहा है. करीब आधा दर्जन बाइकर्स सनसनाते हुए सड़क पर रेसिंग व स्टंट कर रहे हैं. यह नजारा गंगा पथ का है, वह भी कमिश्नर कार्यालय के ठीक सामने का. इन दिनों गंगा पथ पर बाइकर्स जान हथेली पर रख और लोगों की जान की फिक्र किये बगैर रेसिंग व स्टंट कर रहे हैं. सूरज ढलते ही करीब आधा दर्जन बाइकर्स स्पोर्ट्स बाइक से पहुंचते हैं और खेल शुरू हो जाता है. लगातार कार्रवाई होने के बावजूद बाइकर्स खुलेआम चुनौती दे रहे हैं. ये सिलसिला हर दिन का है.
किसी राहगीर ने टोका तो…पिटाई तय
जिस जगह पर बाइकर्स उत्पात मचाते रहते हैं, उस रास्ते पर राहगीरों का आना-जाना रहता है. स्टंट के दौरान स्कूटी सवार राहगीर ने टोका, तो सभी बाइकर्स दोनों से भीड़ गये. घंटों बाइकर्स उत्पात मचाते रहे, लेकिन न तो वहां स्थानीय पुलिस आयी और न ही ट्रैफिक पुलिस ने उन सभी को रोका. जानलेवा खेल में बाइकर्स के साथ युवती भी शामिल है. यही नहीं इ-रिक्शा भी स्टंट करते दिखायी देते हैं.
नये साल पर बाइकर्स ने मचाया था उत्पात
प्रभात खबर ने इससे पहले नये साल के दिन देर रात बाइकर्स द्वारा मचाये गये उत्पात की खबर प्रमुखता से छापा था. खबर छपते ही डीएम और एसएसपी ने खुद गंगा पथ पर पहुंच बाइकर्स के खिलाफ अभियान चलाया था. इस अभियान के तहत ट्रैफिक थाने की पुलिस ने दो स्पोर्ट्स बाइक को जब्त किया और कई लोगों से जुर्माना भी वसूला था.
Also Read: पटना में गलत दिशा से आ रही तेज रफ्तार कार ने खड़ी बाइक में मारी टक्कर, हाजीपुर के एक व्यक्ति की मौत
गंगा पथ पर न नियमित गश्त और न ही स्पीड गन से चेकिंग
गंगा पथ पर हादसों के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने नियमित गश्त और स्पीड रडार गन से प्रतिदिन चेकिंग करने का निर्णय लिया गया था. लेकिन, यह व्यवस्था नियमित नहीं रहती है. कभी कभार जांच की जाती है, लेकिन नियमित न पुलिस की गश्त होती है और न ही स्पीड गन से वाहनों की रफ्तार की चेकिंग. इसका नतीजा है कि गंगा पथ पर सड़क हादसों पर लगाम नहीं लग पा रही है.