बिहार के इस जिले में बर्ड फेस्टिवल का होगा आयोजन, लगेगा देश-विदेश के पक्षी विशेषज्ञों का जमावड़ा
राज्यस्तरीय बर्ड फेस्टिवल का तीन दिवसीय आयोजन 10 से 12 फरवरी तक जमुई जिला के नागी और नकटी पक्षी अभयारण्य में होगा. इसका औपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों होने की संभावना है.
बिहार के जमुई जिले के नागी और नकटी पक्षी अभयारण्य में 10 से 12 फरवरी तक तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पक्षी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. इसका औपचारिक उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किए जाने की संभावना है. इस महोत्सव में पक्षी प्रेमियों के साथ-साथ देश-विदेश से पक्षी विशेषज्ञों की भीड़ जुटेगी. इस महोत्सव के अलावा आम लोगों को पक्षियों के संरक्षण और उनकी संख्या बढ़ाने के संबंध में जानकारी देने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने बाइकर्स का एक दल पटना से नागी और नकटी के लिए भेजा है. साथ ही स्थानीय स्तर पर विभागीय अधिकारी भी इसकी जानकारी दे रहे हैं. इस उत्सव का उद्देश्य सभी प्रकार के पक्षियों का संरक्षण करना और उनकी संख्या बढ़ाना तथा उनसे आम लोगों और प्रकृति को होने वाले लाभों के बारे में जानकारी देना है.
फेस्टिवल में लगेंगे विभिन्न तरह के स्टॉल
जानकारी के अनुसार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आयोजित इस पक्षी महोत्सव में विभिन्न स्टॉल लगाए जाएंगे. हर स्टॉल पर पक्षियों के आहार और व्यवहार की जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही साइकिल रैली और क्विज समेत अन्य तरह के आयोजन भी किए जाने हैं. इसमें स्थानीय पक्षी प्रेमियों और संरक्षणवादियों को भी शामिल करने की योजना है.
2021 में पहली बार हुआ था पक्षी महोत्सव का आयोजन
‘कलरव’ नाम से इस राज्य स्तरीय पक्षी महोत्सव को मनाने की शुरुआत 16 जनवरी 2021 को की गई थी. पहली बार जब 2016 में यह कार्यक्रम हुआ था तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई बड़े चेहरे इसमें शामिल हुए थे. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था. इससे पहले भागलपुर समेत अन्य जगहों पर इसका आयोजन छोटे पैमाने पर किया जाता था.
नागी और नकटी में आते हैं बड़ी संख्या में देसी-विदेशी पक्षी
बताया जाता है कि नागी और नकटी पक्षी अभयारण्य को चुनने की खास वजह यह है कि यहां हर साल बड़ी संख्या में विदेशी पक्षी भी आते हैं. इसके अलावा देसी पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियां सालों भर देखने को मिलती है. यहां घने जंगल, मोरम लेंड और अलग-अलग तरीके की प्राकृतिक संरचना पक्षियों को आकर्षित करती है. इस स्थान पर एक अलग तरीके का रॉक फॉरमेशन भी है जो केवल कर्नाटक में देखने को मिलता है.
136 प्रजातियों के पक्षी
नागी और नकटी पक्षी अभयारण्य में 2021 के बर्ड फेस्टिवल में करीब 136 प्रजातियों के पक्षी देखे गये थे. उस बर्ड फेस्टिवल में यूरेशिया, मध्य एशिया, आर्कटिक सर्कल, रूस और उत्तरी चीन सहित देश के कई हिस्सों के पक्षी देखे गये थे. यहां 1600 के करीब बार हेडिड गूज यानी हंस, बड़ा हंस या सफेद हंस देखे गये थे.
पटना में पांच से सात फरवरी तक पक्षियों पर होगा इंटरनेशनल कांफ्रेंस
इस बर्ड फेस्टिवल से ठीक पहले राजधानी पटना के होटल मौर्या में पांच से सात फरवरी तक पक्षियों पर आधारित तीन दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस होगा. इसमें दुनिया के प्रमुख पक्षी और पर्यावरण विशेषज्ञों के शामिल होने की संभावना है. इस कांफ्रेंस का मकसद दुनिया भर में विलुप्त हो रही पक्षियों के बारे में जानकारी साझा करना है.
इंटरनेशनल बर्ड कांफ्रेंस में क्या होगा?
इस दौरान पक्षियों के संरक्षण और विकास की योजना, पक्षियों के एक देश से दूसरे देश में चले जाने पर उस संबंध में जानकारी साझा करने सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा होगी. सब कुछ ठीक रहने पर आम मसौदा तैयार कर विभिन्न देशों की सरकार और अन्य उच्चस्तरीय माध्यम से पहल की जायेगी.
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