विषहरी पूजा 2023: परंपरा के अनुसार सती बिहुला पति को वापस लाने के लिए चंपा नदी से मंजूषा में सवार होकर मृत्युलोक गयी, इसलिए मंजूषा विसर्जन की परंपरा रही. भागलपुर में कई स्थानों पर कलश व मंजूषा स्थापित की गयी थी, शुक्रवार को इसका विसर्जन शहर के विभिन्न गंगा तटों पर की गयी.
विषहरी पूजा 2023: इससे पहले धूमधाम से कलश शोभायात्रा निकाल कर विभिन्न मार्गों से गंगा तट तक लोग पहुंचे. विसर्जन मार्ग माता विषहरी व सती बिहुला की जयकारा से गूंजायमान रहा.
विषहरी पूजा 2023: इधर, जिले के विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार को बिहुला-विषहरी पूजन को लेकर मेला लगा. शोभायात्रा में महिलाएं मंजूषा कला की चित्रकारी किये कलश को सिर पर लेकर गंगा तट की ओर चल रही थी. महिलाएं बिहुला-विषहरी के गीत गा रही थीं.
विषहरी पूजा 2023: विषहरी मेला को देखने के लिए बांका, गोड्डा, मुंगेर आदि जिलों के लोग पहुंचे थे. बिहुला विषहरी मेला देखने के लिए हरेक साल लोग दूर दराज से यहां आते हैं. कई लोगों के रिश्तेदार नाथनगर में हैं. उनके यहां से आमंत्रण मिलने पर जरूर पूरा परिवार यहां पहुंचता है.
विषहरी पूजा 2023: भगत व अन्य श्रद्धालु नाचते-गाते हुए जा रहे थे. इसके आगे डोलीनुमा मंजूषा को श्रद्धालु लेकर चल रहे थे. रिफ्यूजी कॉलोनी में 20 प्रतिमा स्थापित की गयी थी. हरेक स्थान के मंजूषा का विसर्जन हनुमान घाट में किया गया. साथ ही घर-घर में स्थापित कलश का भी विसर्जन कर दिया गया.
विषहरी पूजा 2023: अलीगंज महेशपुर के विषहरी स्थान, बरारी में स्थापित मंजूषा, परबत्ती के मंजूषा का विसर्जन अलग-अलग घाटों पर किया गया.
विषहरी पूजा 2023: नाथनगर के चंपानगर स्थित मनसा विषहरी स्थान में शुक्रवार को सुबह से दोपहर एक बजे तक श्रद्धालुओं ने डलिया चढ़ाया. इसके बाद शाम में मंजूषा का विसर्जन किया गया. देर रात प्रतिमा का भी विसर्जन कर दिया गया.
विषहरी पूजा 2023: घर-घर में स्थापित कलश का भी विसर्जन कर दिया गया. अलीगंज महेशपुर के विषहरी स्थान, बरारी में स्थापित मंजूषा, परबत्ती के मंजूषा का विसर्जन अलग-अलग घाटों पर किया गया. नाथनगर में भी मंजूषा विसर्जन किया गया.
विषहरी पूजा 2023: महिलाएं कतारबद्ध होकर कलश लेकर सड़कों पर जा रही थीं. गीत गाते हुए महिलाएं गंगा तट पर पहुंचीं.
विषहरी पूजा 2023: भागलपुर के शहरी क्षेत्र में इशाकचक, भीखनपुर, बूढ़ानाथ, बड़ी खंजरपुर जैसे इलाकों में बड़े स्तर पर विषहरी पूजा का आयोजन किया जाता है. विसर्जन को लेकर यातायात पुलिस को अलर्ट किया गया है.
विषहरी पूजा 2023: मनसा मंदिर चंपानगर में दो दिनों में 240 पाठा की बलि चढ़ायी गयी. कमेटी के मीडिया प्रभारी हेमंत कश्यप ने बताया कि गुरुवार को 195 पाठा की बलि चढ़ायी गयी, जबकि दूसरे दिन 45 पाठा की बलि चढ़ायी गयी. कई श्रद्धालुओं ने अन्य प्रसाद मिठाई व बताशा का भोग लगाया.