पटना. मानसून सत्र के पहले दिन भाजपा ने विधानसभा के भीतर और बाहर सरकार को घेरने की कोशिश की है. तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई द्वारा चार्जशीट दाखिल करने के मामले को लेकर भाजपा हमलावर बनी हुई है और उपमुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़ गयी है. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पूछा है कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करनेवाले आज चुप्पी क्यों साध ली है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को हर हाल में बताना होगा कि उन्होंने कुर्सी के लिए भ्रष्टाचारियों से कौन सा समझौता किया है.
विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में अगर कोई चार्जशीटेड डिप्टी सीएम बैठे और सदस्यों की मांग पर सरकार चुप रहे तो इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण बात कुछ नहीं हो सकती है. भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कभी एक केस में नाम आने के बाद जीतनराम मांझी से इस्तीफा ले लिया थे. पूर्व मंत्री आरएन सिंह, पूर्व मंत्री मेवालाल चौधरी, मंजू वर्मा, कार्तिक सिंह का इस्तीफा लेने वाले नीतीश कुमार आज मौन हैं. उन्हें इसका जवाब देना होगा. नीतीश कुमार को बताना होगा कि क्या वे भ्रष्टाचार के जीरो टॉलरेंस की बात से मुकर गये हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक भ्रष्टाचारी सरकार को बिहार की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी. बिहार की जनता ने भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर कांग्रेस और राजद की सरकार को उखाड़कर फेंक दिया था. नीतीश कुमार को बताना होगा कि कुर्सी के लिए उन्होंने भ्रष्टाचार से समझौता किया है. आज सदन की कार्यवाही का सम्मान करते हुए भाजपा के सदस्य चुप रहे, लेकिन चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री बिहार को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं होगा. रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लिखवाने के मामले में सीबीआई ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी के बाद अब तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है.