बिहार में सियासी घमासान के बाद बीजेपी अब सत्ता से बाहर हो चुकी है. नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ नई सरकार बना चुके हैं. आरजेडी गठबंधन की नीतीश सरकार में मंत्रियों की लिस्ट तैयार हो चुकी है. नीतीश कैबिनेट का विस्तार कल (16 अगस्त) शाम 4:30 बजे होगा. सभी नए मंत्रियों को राजभवन में शपथ दिलाई जाएगी. इन सब के बीच कल मंगलवार को दिल्ली में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक होगी. पार्टी ने बिहार बीजेपी के वरीय नेताओं को दिल्ली तलब किया है.
बता दें कि बीजेपी अब बिहार में विपक्ष की भूमिका में आ गई है. बिहार में जितनी चर्चा इस बात को लेकर है कि नीतीश-तेजस्वी सरकार में मंत्री कौन बनेंगे. महागठबंधन के किस दल को कितना प्रतिनिधित्व मिलेगा. उतनी ही चर्चा अब इस बात की भी है कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा. कुछ दिनों पहले तक तेजस्वी यादव जिस भूमिका में थे, बीजपी अब उस भूमिका के लिए किस पर विश्वास करेगी.
इससे पहले बिहार में बीजेपी जब सत्ता से बाहर थी, तो बीजेपी के वरीय नेता सुशील मोदी नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में नजर आए थे. अब सुशील मोदी जब राज्यसभा के सदस्य हैं तो विपक्ष के नेता के तौर पर बीजेपी किसे नेता चुनेगी यह महत्वपूर्ण है. सामाजिक समीकरणों के अनुसार नंदकिशोर यादव, प्रेम कुमार, अमरेन्द्र प्रताप सिंह. इन नामों के बीच एक नए नाम की भी चर्चा है पथ मंत्री रह चुके नितिन नवीन. जानकारी के अनुसार विजय सिन्हा का नाम नेता प्रतिपक्ष पद के लिए सबसे आगे चल रहा है. बता दें कि बिहार में एनडीए की सरकार रहते विजय सिन्हा और नीतीश कुमार के रिश्ते सरकार में रहते हुए भी सामान्य नहीं थे.
बीजेपी को नेता प्रतिपक्ष पद के लिए एक मजबूत चेहरे की तलाश है. जो 2025 विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा भी बन सके. इसके अलावे 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी को जीत दिलाने में अहम रोल निभा सके. कुल मिलाकर अगर साफ शब्दों में कहें तो फिलहाल विजय कुमार सिन्हा का नाम नेता प्रतिपक्ष के लिए सबसे आगे चल रहा है.