बिहार विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन भी बीजेपी का हंगामा, सदन में पलटा टेबल और फेंकी कुर्सियां
बजट सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के दौरान माले और भाजपा विधायको में आरोप प्रत्यारोप भी होता रहा. इस दौरान भाजपा सदस्यों ने रायटर टेबल उखाड़ दिया और कुर्सियां भी फेंकी.
बिहार विधानसभा में बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को भी कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी की. भाजपा विधायकों ने तमिलनाडु में बिहारियों पर हो रहे हमले, सेना का अपमान, शिक्षक भर्ती समेत कई मुद्दों को लेकर हंगामा और नारेबाजी की. विधानसभा वेल में पहुंच कर उन्होंने हंगामा किया. वेल में पहुंचे भाजपा विधायकों की मांग जब अध्यक्ष ने नहीं मानी, तो वे उग्र हो गये और रायटर टेबल उखाड़ दिया. साथ ही विपक्षी महिला सदस्यों ने कुर्सियों को टेबल पर चढ़ा दिया. जिसके बाद मार्शल वेल में पहुंचे और रायटर टेबल को ठीक किया
भाजपा सदस्यों ने किया वाक आउट
दरअसल बजट सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के दौरान माले और भाजपा विधायको में आरोप प्रत्यारोप भी होता रहा. भाजपा की ओर से राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इसके बाद अध्यक्ष अवध बिहार चौधरी ने विपक्षी नेताओं को जमकर लताड़ा. बाद में भाजपा के सदस्य वाक आउट करते हुए सदन से बाहर चले गए.
भाकपा माले का भी प्रदर्शन
भाजपा के अलावा भाकपा माले के विधायकों ने भी विधानसभा परिसर में हंगामा किया. माले विधायक बीजेपी नेता संजय सरावगी पर कार्रवाई करने की मांग पर प्रदर्शन कर रहे थे. भाकपा माले ने यह मुद्दा उठाया सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद भी उठाया. उनकी मांग थी की संजय सरावगी अपने अभद्र बयानों को वापस लें और माफी मांगे. उनका कहना था की भाजपा नेता संजय सरावगी ने उनकी पार्टी के विधायक दल के नेता महबूब आलम के खिलाफ सदन में अभद्र भाषा का प्रयोग किया था.
कांग्रेस विधायकों का भी हंगामा
कांग्रेस विधायकों ने भी सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले केंद्र सरकार के खिलाफ विधानसभा परिसर में हंगामा किया. बजट सत्र से पहले कांग्रेस विधायक हाथ में पोस्टर लिए विधानसभा मुख्य द्वार के समीप नारेबाजी करते हुए देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार को घेरा. कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि अदानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों को देश का पैसा दिया जा रहा है. वहीं हमारी आम जनता महंगाई से परेशान है.