पटना. पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी के ब्राहमण समाज पर दिये बयान के बाद अब बिहार में सियासी बवाल मच गया है. एनडीए के घटक दल भाजपा मांझी के बयान पर भड़की हुई है. वहीं कांग्रेस और राजद ने बयान की कड़ी निंदा करते हुए इसे समाज में सौहार्द के लिए खतरा बताया है.
बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा विधायक नितिन नवीन ने जीतन राम मांझी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह के बयान किसी को नहीं देना चाहिए. मांझी हमारे वरिष्ठ नेता हैं. उन्हें किसी समाज को लेकर विवादित बयान नहीं देना चाहिए. समाज में हर वर्ग में सद्भाव बना रहे यह कोशिश होना चाहिए.
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि मांझी अपनी बात संयमित तरीके से भी बोल सकते थे. उनकी भाषा नींदनीय है. शिवानंद तिवारी के पुत्र और राजद विधायक राहुल तिवारी ने कहा कि ऐसे
लोगों का मानसिक इलाज होना चाहिए. यह नेता दोहरी नीति वाले हैं. राहुल तिवारी ने कहा कि वोट मांगने जाते हैं काम निकल जाता है, तो भूल जाते हैं. जीतन राम मांझी की दिमागी हालत ठीक नहीं. उन्हें रांची में इलाज कराना चाहिए.
राहुल तिवारी ने कहा कि थोड़ी-थोड़ी पिया करो जैसे बयान देने वाले जीतन राम मांझी खुद नशे में चूर हैं. जो बयान मांझी दे रहे हैं वह साफ दर्शाता है कि वह शराब का सेवन करते हैं. शराब के नशे में मांझी अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं.
विधान पार्षद और कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा है कि मांझी का बयान बेहद आपत्तिजनक है. जदयू और भाजपा को स्पष्ट करना चाहिए कि उनका मांझी के साथ कैसा संबंध है. नीतीश कुमार जी को तुरंत मंत्रिमंडल से संतोष मांझी को बाहर करना चाहिए, अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो यही समझा जायेगा कि वो मांझी के साथ हैं. इधर, जदयू ने इस बयान पर बहुत ही संक्षिप्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मांझी को ऐसे बयान से बचना चाहिए.
Posted by Ashish Jha