पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर बोले बीजेपी नेता विजय सिन्हा, कहा- इससे बिहार को कोई फायदा नहीं
विजात सिन्हा ने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के बाद पिछले नौ माह में बिहार बदहाली के चरम पर पहुंच गया है, जबकि राज्य के मुखिया अब उद्योगपति को न्योता देने की बजाय विपक्षी दल को आने का न्योता दे रहे हैं. यह कदम बिहार को प्रशासनिक रुप से अस्थिर कर देगा.
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विपक्षी दलों की पटना में बैठक करने से बिहार को कोई फायदा नहीं होने वाला है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन सरकार बनने के बाद पिछले नौ माह में बिहार बदहाली के चरम पर पहुंच गया है, जबकि राज्य के मुखिया अब उद्योगपति को न्योता देने की बजाय विपक्षी दल को आने का न्योता दे रहे हैं. यह कदम बिहार को प्रशासनिक रुप से अस्थिर कर देगा.
शून्य को शून्य से गुना करने पर शून्य होता है
विजय सिन्हा ने विपक्षी दलों की होने वाली बैठक पर हमला करते हुए कहा कि जिस प्रकार शून्य को शून्य से गुना करने पर गुणनफल शून्य होता है, उसी प्रकार विपक्षी दलों को पटना बुलाने का फल शून्य होने बाला है. नरेंद्र मोदी ही देश की सर्वमान्य पसंद हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योगपतियों को न्योता दिया जाना चाहिए, लेकिन यहां विपकसी दलों को बुलाया जा रहा है. यह कदम राज्य को प्रशासनिक रूप से अस्थिर कर देगा.
बिहार का वर्तमान और भविष्य खतरे में
विजय सिन्हा ने लालू और नीतीश पर एक साथ हमला करते हुए कहा कि चरवाहा विद्यालय के जनक औऱ पल्टासन के महारथी के गठजोड़ ने राजनीति में अवसरवादिता को शिखर पर चढ़ा दिया है. बिहार का वर्तमान और भविष्य डुबाने के लिये ये संकल्पित हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में बिगड़ी कानून व्यवस्था की देशभर में चर्चा हो रही है. यहां पुलिस व प्रशासन की मदद से शराब, बालू और जमीन माफिया बेधड़क अपना कारोबार कर रहे हैं. राज्य की जनता अब बस भगवान के भरोसे ही है.
Also Read: बिहार में बेमौसम बारिश बनी मुसीबत, ओलावृष्टि से धान की फसल को भारी नुकसान, किसान परेशान
पटना में होगी विपक्षी दलों की बैठक
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को विपक्षी एकता की बैठक को लेकर कहा कि सभी दल चाहेंगे तो बिहार में जरूर बैठक होगी. हम लोग सभी नेताओं के साथ मिलकर बातचीत कर रहे हैं. अभी कुछ और लोगों से बातचीत होनी है. इसके बाद तय हो जायेगा कि कहां पर बैठक होगी. उन्होंने कहा कि बहुत लोगों की राय है कि विपक्षी एकता की बैठक पटना में होनी चाहिए. सभी लोगों की राय से यह सब तय होगा. अभी एक राज्य में चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. कई दल उस चुनाव में लगे हैं. चुनाव के बाद यह सब होगा. बिहार में सभी पार्टियों के साथ मीटिंग होगी तो यह खुशी की बात होगी.