मशरक व इसुआपुर में शराब कांड के पीड़ित परिजनों से मिले BJP नेता, आज राज्यपाल से करेंगे मुलाकात

Bihar news: भाजपा के विधायकों ने गुरुवार को मशरक व इसुआपुर में शराब कांड के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. भाजपा शुक्रवार को राज्यपाल से मिलकर बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग करेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2022 3:06 AM

पटना/छपरा: विधान सभा में नेता विपक्ष विजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में भाजपा के विधायकों ने गुरुवार को मशरक व इसुआपुर में शराब कांड के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. भाजपा शुक्रवार को राज्यपाल से मिलकर बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग करेगी. साथ ही पार्टी ने सारण शराब कांड के पीड़ितों को पर्याप्त मुआवजा और घटना की न्यायिक जांच की मांग की है. भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि प्रशासन दबाव देकर शवों का दाह संस्कार करा रहा है.

‘बिहार में कानून का राज समाप्त’

मशरक में विरोधी दल के नेता विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बिहार में कानून का राज समाप्त हो गया है. शराबबंदी पूरी तरह विफल है. माफियाओं को सरकार संरक्षण दे रही है. नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.

‘मूकदर्शक बनी हुई है बिहार सरकार’

वहीं, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि एनडीए पिछले तीन दिनों से सदन में सारण में हुए शराब कांड के जांच व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है. लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी है. इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए. भाजपा विधायकों में प्रेम कुमार, तारकिशोर प्रसाद, नीरज सिंह बबलू आदि भी मौजूद थे.

छपरा जहरीली शराब मामले में दूसरे दिन भी विधानमंडल में हंगामा

जहरीली शराब कांड मामले को लेकर गुरुवार को लगातार दूसरे दिन भी विधानमंडल के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ. दोनों सदनों में भाजपा के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करते रहे. हंगामा और शोर-गुल के बीच ही प्रश्नकाल चला और विधायी कार्य निपटाये गये. हालांकि इस दौरान मंत्रियों के जवाब नहीं सुने जा सके. भाजपा के सदस्यों ने सारण जहरीली शराब कांड पर कार्यस्थगन प्रस्ताव को मंजूर कर चर्चा कराने की मांग की तो सत्ता पक्ष ने गुजरात के मोरबी की घटना पर भाजपा को घेरते हुए पीएम मोदी का इस्तीफा मांगा.

वेल में आकर धरने पर बैठ नेता विपक्ष

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा समेत अन्य सदस्य वेल में आकर धरने पर बैठ गये. स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने उनसे बार-बार सीट पर जाने की अपील की, लेकिन इसका कोई असर नहीं दिखा. इधर, विपक्ष के हंगामे के बीच प्रश्नकाल चला. भोजावकाश के बाद विपक्षी सदस्य सदन से वाकआउट कर गये.

विधान परिषद में भी वेल में आये भाजपा के सदस्य

इधर, विधान परिषद में भी सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही भाजपा के सदस्य वेल में चले आये और सारण कांड पर सरकार से इस्तीफे की मांग करने लगे. इसके जवाब में महागठबंधन के करीब 10 से अधिक विधान पार्षदों ने गुजरात स्थित मोरबी में हुए हादसे में प्रधानमंत्री को जवाबदेह मानते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की. विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने छपरा में हुई मौत पर चर्चा कराने की मांग की. सभापति ने कार्य स्थगन प्रस्ताव को अमान्य करते हुए कहा कि पहले सदन के पूर्व निर्धारित कार्य होने दिये जाएं. करीब 10 मिनट बाद ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. दूसरी बार कार्यवाही आरंभ हुई तो कई सदस्य ताली पिटने लगे. शून्यकाल आरंभ होते ही भाजपा के सदस्य आसन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट कर गये.

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