बिहार विधानसभा में BJP विधायक Shreyasi Singh ने उठाया धान खरीद में गड़बड़ी का मामला, कृषि मंत्री बोले- सरकार जांच कराएगी

बिहार विधानसभा बजट सत्र (Bihar Budget Session) पहले दिन से ही सदन में किसानों के मुद्दे और धान खरीद मामला छाया हुआ है. गुरुवार को सत्र के पांचवे दिन भाजपा विधायक (BJP MLA) श्रेयसी सिंह (Shreyasi Singh) ने धानखरीद में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया. उनके सवालों पर कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार इसकी जांच कराएगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2021 3:41 PM

बिहार विधानसभा बजट सत्र (Bihar Budget Session) पहले दिन से ही सदन में किसानों के मुद्दे और धान खरीद मामला छाया हुआ है. गुरुवार को सत्र के पांचवे दिन भाजपा विधायक (BJP MLA) श्रेयसी सिंह (Shreyasi Singh) ने धानखरीद में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया. उनके सवालों पर कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार इसकी जांच कराएगी.

दरअसल, जमुई से विधायक श्रेयसी सिंह ने सदन में प्रश्नोत्तर काल के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र के किसानों का मुद्दा उठाया और धान खरीद में की जा रही गड़बड़ी से आसन को अवगत कराया. भाजपा की युवा विधायक और अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज ने कहा कि धान खरीद के दौरान अधिकारी किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं.किसानों को पक्की रशीद नहीं दी जा रही है.

श्रेयसी सिंह के इन आरोपों पर बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने जवाब दिया. कहा कि जिन किसानों से धान की खरीद की जाती है उनके हस्ताक्षर या फिर अंगूठे के निशान प्राप्ति रसीद पर कराई जाती है. जो पेमेंट होता है वह डीबीटीसे होता है. इसमें किसी तरह की गड़बड़ी की कोई आशंका नहीं है.

कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में किसानों के साथ धोखा नहीं हो सकता है.हालांकि, श्रेयशी मंत्री जी के जवाब से संतुष्ट नहीं हुईं और कहा कि सिर्फ इतने से किसानों की समस्या का हल नहीं हो रहा. पक्की रसीद नहीं होने की वजह से किसानों को भुगतान में परेशानी हो रही है. उन्हें कम पैसे मिल रहें हैं. ऐसे में पक्की रसीद दी जाने की व्यवस्था की जाए. साथ ही जमुई में धान खरीद में की गई गड़बड़ी की जांच कराई जाए. तब कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जांच कराएगी.

Also Read: Bihar Budget Session: विधानसभा में तेजस्‍वी यादव को आयी स्‍कूल के दिनों की याद, श्रेयसी सिंह से कहा- आप तो हमारी बैचमेट हैं

Posted By: Utpal kant

Next Article

Exit mobile version