चिराग पासवान से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, बंद कमरे में सवा घंटे हुई बात, गर्म हुआ सियासी चर्चाओं का बाजार
बिहार में एनडीए के सत्ता से अलग होने के बाद हुए उपचुनावों में चिराग पासवान ने भले ही भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन दिया, लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर अब तक बात नहीं बन पायी है.
पटना. मिशन 2024 फतह करने का लक्ष्य लेकर चली भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले समान विचारधारा रखने वाले सहयोगियों को जोड़ने में जुटी है. इस कड़ी में गुरुवार की देर रात केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान से उनके पटना स्थित आवास पर मुलाकात की.
सवा घंटे बंद कमरे में चली बात
नित्यानंद रात करीब 11.30 बजे चिराग पासवान के श्रीकृष्णापुरी स्थित आवास सह कार्यालय पर पहुंचे और रात एक बजे तक रुके. इस दौरान करीब सवा घंटे बंद कमरे में इन दोनों की लंबी बातचीत हुई. दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इन्कार किया, लेकिन संभावना जतायी जा रही है कि इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों पर चर्चा की गयी.
उपचुनाव में चिराग ने भाजपा को दिया था समर्थन
बिहार में एनडीए के सत्ता से अलग होने के बाद हुए उपचुनावों में चिराग पासवान ने भले ही भाजपा उम्मीदवारों को समर्थन दिया, लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर अब तक बात नहीं बन पायी है. इस बीच राजद के इफ्तार पार्टी में चिराग पासवान के शामिल होने के बाद राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. पशुपति पारस की तल्ख टिप्पणियां भी चिराग को नागावार गुजरीं.
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पीएम ने भी चिराग से फोन पर की थी बात
हालांकि, लोजपा (रामविलास) के सूत्र बताते हैं कि दो-तीन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चिराग पासवान से फोन पर बात की थी. उसके बाद नित्यानंद से उनकी मुलाकात को अहम माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक एक से डेढ़ महीने के अंदर गठबंधन पर फैसला हो सकता है. हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात को भी राजनीति से जोड़ कर देखा जा रहा है. भाजपा दलित वोट बैंक को मजबूत करने के लिए पशुपति कुमार पारस, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी को एक मंच पर लाना चाहती है.