तेजस्वी यादव ने न कभी नौकरी की, न किया व्यापार, फिर कैसे बने 150 करोड़ के बंगले के मालिक, BJP ने किया सवाल
भाजपा ने सुशील मोदी ने सवाल करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने न तो कभी नौकरी की, न ही कभी व्यापार किया. क्रिकेट में भी फेल रहे. कोई पुश्तैनी संपत्ति भी नहीं थी. फिर 150 करोड़ के इस आलीशान मकान के मालिक कैसे बन गये?
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व सांसद सुशील कुमार मोदी ने दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित 150 करोड़ के बंगले का मालिकाना हक रखने पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को एक बार फिर से घेरा है. उन्होंने तेजस्वी को भ्रष्टाचार का आरोपित बताते हुए मुख्यमंत्री से तत्काल उनको बर्खास्त करने की मांग की है. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में रविवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोदी ने कहा कि यह मकान एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति है, जिसके 97 फीसदी शेयर तेजस्वी यादव , जबकि तीन फीसदी शेयर उनकी बहन चंदा यादव के नाम हैं. तेजस्वी मात्र चार लाख की पूंजी लगा कर 150 करोड़ के इस मकान के मालिक बन गये.
तेजस्वी यादव ने न कभी नौकरी की, न किया व्यापार
सुशील मोदी ने कहा कि एबी एक्सपोर्ट ने 1996 से आज तक कोई व्यापार नहीं किया. इसका कोई टर्न ओवर या कर्मचारी तक नहीं हैं. इस कंपनी ने केवल तेजस्वी के लिए संपत्ति खरीदने का काम किया है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने न तो कभी नौकरी की, न ही कभी व्यापार किया. क्रिकेट में भी फेल रहे. कोई पुश्तैनी संपत्ति भी नहीं थी. फिर 150 करोड़ के इस आलीशान मकान के मालिक कैसे बन गये? यह नयी दिल्ली का वही मकान है, जहां पर तेजस्वी यादव अपनी पत्नी के साथ रहते हैं. इडी के लोगों ने यहीं पर तेजस्वी से पूछताछ की थी.
इस तरह से खरीदा गया मकान
राज्यसभा सांसद ने बताया कि जिस समय यह संपत्ति खरीदी गयी, उस वक्त लालू प्रसाद रेलमंत्री थे. मुंबई के पांच हीरे-सोने के व्यापारियों ने 2007-08 में एक-एक करोड़ यानी कुल पांच करोड़ का ब्याजमुक्त ऋण एबी एक्सपोर्ट को दिया. 15 वर्षों के बाद न तो यह पांच करोड़ वापस हुआ और न ही हीरे व्यापारियों ने पैसे की मांग की. 2007-08 में इसी पांच करोड़ से 500 वर्ग मीटर का प्लॉट मकान सहित खरीदा गया. 2014 -15 में कंपनी ने पुराने मकान को तोड़ कर चार मंजिला आलीशान मकान 3.68 करोड़ में बनाया. आज इस मकान सहित जमीन की कीमत 150 करोड़ से ज्यादा है.
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