पटना: बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि जहरीली शराब से हुई मौत मामले में मुख्यमंत्री को संवेदनशील होने की जरूरत है. गोपालगंज के खजुरबानी में हुए जहरीली शराब कांड में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया था. अब कह रहे हैं कि मुआवजा नहीं देंगे.
सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम अपनी ही बात से पलट रहे हैं. सरकारी आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से मरे लोगों के परिजनों को बिहार की पुलिस डरा रही है. उनको कहा जा रहा है कि ठंड से मौत होने की बात पर ही मुआवजा देंगे. शराब की बात करेंगे तो आप पर भी प्राथमिकी होगी. इस पूरी घटना की जांच हाइकोर्ट के सिटिंग जज से करायी जानी चाहिए.
श्री चौधरी ने कहा कि राजद से गठबंधन के बाद मुख्यमंत्री की भाषा बिलकुल बदल गयी है. लेकिन बिहार किसी की जिद पर नहीं रूल ऑफ लॉ पर चलेगा. गैर कानूनी होने के बावजूद जब नाव दुर्घटना और सड़क दुर्घटना के मृतकों को मुआवजा मिल सकता है तो शराब से मरने वालों को क्यों नहीं ? बिहार के लोगों के साथ इतनी संवेदनहीनता दिखाना ठीक नहीं है. 2024-25 में बिहार की जनता इसका स्पष्ट जवाब देगी.