भाजपा ने किसान चौपाल पर शुरू की सियासी खेती, कृषि कानून को बताया बिहार के हित में
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चुनाव में करारी हार से हताश व निराश विपक्षी नये कृषि कानून के संबंध में किसानों के बीच भ्रम फैला राजनीतिक रोटी सेंकने के फिराक में है.
पटना. बिहार में शांत किसान आंदोलन के बीच हैं भाजपा ने चौपल पर सियासी खेती की शुरुआत कर दी है. पटना के कई जगहों पर बड़े-बड़े पोस्टर तो पहले ही लग चुके थे, रविवार को बख्तियारपुर में चौपाल का आयोजन किया गया.
शहर के फोरलेन स्थित एक होटल में आयोजित किसान चौपाल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय सांसद व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चुनाव में करारी हार से हताश व निराश विपक्षी नये कृषि कानून के संबंध में किसानों के बीच भ्रम फैला राजनीतिक रोटी सेंकने के फिराक में है.
लोग महज राजनैतिक स्वार्थ की पूर्ति के साथ ही दलालों व बिचौलियों के फायदे के लिए भोले-भाले किसानों को उकसाने का काम कर रहे हैं, जबकि नया कृषि कानून शत-प्रतिशत किसानों के हित में है.
वहीं कार्यक्रम में शिरकत करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि नये कृषि कानून से किसान पूरी तरह अवगत नहीं हैं,जबकि यह कानून किसानों के लिए अत्यंत ही लाभकारी सिद्ध होने वाला है.
उन्होंने कार्यकर्ताओं से गांव-गांव जाकर नये कृषि कानून के संबंध में किसानों को जानकारी देने की भी अपील की. कार्यक्रम को पूर्व विधायक रणविजय सिंह उर्फ लल्लू मुखिया, बाढ़ जिलाध्यक्ष डॉ सियाराम सिंह, डॉ सुरेश द्विवेदी, अशोक सिंह, मुखिया रविरंजन जी, पप्पू सिंह, राजू कुमार मुन्ना, चंद्रप्रकाश सिंह व पुरुषोत्तम सिंह सहित कई लोगो ने संबोधित किया.
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि बिहार विधानसभा के सभी 243 सीटों पर किसान चौपाल लगाया जाएगा. 25 दिसंबर तक राज्य में यह चौपाल लगाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हम किसानों के बीच जाकर समझाएंगे कि पंजाब और हरियाणा के मंडियों में बिचौलियों का बोलबाला है, वहां के बिचौलिया नहीं चाहते कि इससे किसानों का फायदा हो इसलिए किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, आरके सिंह, नित्यानंद राय, सुशील मोदी, प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, तारकेश्वर प्रसाद, रेनू देवी, मंगल पांडे, राधा मोहन सिंह समेत बीजेपी के सभी नेता किसानों के बीच जाएंगे और उन्हें नए कृषि कानून के बारे में बताएंगे.
Posted by Ashish Jha