Bihar Politics: सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मुद्दा एकबार फिर से गरमा गया है. इस बार भाजपा ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और शिवसेना नेता सह महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे की मुलाकात को मुद्दा बनाते हुए दोनों युवा नेताओं पर हमला बोला है. भाजपा की ओर से याद दिलाया गया है कि बिहार के सुशांत सिंह राजपूत की मौत के समय आदित्य ठाकरे व उनकी पार्टी व सरकार के अन्य शीर्ष नेताओं का कैसा बर्ताव रहा.
शिवसेना के नेता, उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे बुधवार को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने पटना पहुंचे हैं. उनके इस कार्यक्रम ने बिहार की राजनीति भी गरमा दी. विपक्षी पार्टी भाजपा इस मुलाकात को निशाने पर ले बैठी और ठाकरे के आगमन पर तेजस्वी यादव को निशाने पर लिया. बीजेपी की ओर से बीजेपी प्रवक्ता और बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री निखिल आनंद ने हमला बोला है. ट्वीट के जरिये उन्होंने अपनी बात रखी है.
निखिल आनंद ने अपने ट्वीट में लिखा कि जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई थी, उस दौरान आदित्य ठाकरे, संजय राउत और उद्धव ठाकरे ने जिस तरह का बर्ताव किया था, उसे हम नहीं भूल सकते. तेजस्वी को बिहार विरोधी मानसिकता वाले और एसएसआर मौत के संदिग्ध संदिग्ध चरित्र वाले लोगों से मिलने का बहिष्कार करना चाहिए.”
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निखिल आनंद ने ट्वीट के जरिये ही याद दिलाया कि सीबीआई जांच का विरोध तब किया गया था. वहीं सबूतों को नष्ट करने का आरोप भी लगाया. नार्को टेस्ट की मांग भी भाजपा नेता ने कर दी. तत्कालिन महाराष्ट्र सरकार को उन्होंने बॉलीवुड के बेबी-बाबा, ड्रग- हवाला- अंडरवर्ल्ड माफिया के संरक्षक तक कहा. बता दें कि आदित्य ठाकरे व तेजस्वी यादव की ये पहली मुलाकात है. ठाकरे ने बताया कि तेजस्वी यादव से वो फोन पर बातचीत करते रहे हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan