पटना. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा है कि भाजपा की अलग-अलग टीमें गुरुवार को हिंसाग्रस्त बिहारशरीफ और सासाराम का दौरा करेंगी, क्योंकि स्पीकर ने दोनों जगहों पर सर्वदलीय कमेटी भेजने के सुझाव को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाया है कि सरकार नालंदा-सासाराम के दंगों की निष्पक्ष जांच करने में असफल हो गयी है. तुष्टीकरण के तहत जांच को प्रभावित किया जा रहा है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि इसकी जांच हाईकोर्ट के कार्यरत न्यायाधीश और एनआईए से करायी जाये. तभी सच सामने आएगा.
विजय सिन्हा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि समाधान यात्रा में जहरीली शराब से मृतक की मुआवजा एवं न्यायिक जांच की मांग की गयी पर कुछ नहीं हुआ. सरकार संवेदनहीन हो गयी है. गया जिले के नगर प्रखंड के चाकंद रामनवमी समिति के छोटे जूलुस पर भी पत्थरबाजी कर हमला किया गया और पुलिस ने अभी-तक कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि सरकार सदन संचालन में भी अध्यक्ष को निर्देश दे रही है. सत्ता पक्ष से इशारा मिलने पर ही सदन दो बजे तक के लिए स्थगित किया गया.
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि गृह मंत्रालय संभालनेवाले मुख्यमंत्री को प्रशासनिक विफलता की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी. हम सड़कों पर लड़ना जारी रखेंगे, जैसा हमने सदन में किया था. कश्मीर में पत्थरबाजी बंद हुई और बिहार में इसे जड़ जमाने दिया जा रहा है. आतंकी हमदर्दों को उखाड़ दिया गया है, लेकिन उन्हें बिहार में पनाह दी जा रही है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जनता का विश्वास खो दिया है. सरकार और प्रशासन दोनों विफल रही है.
विधानसभा मेंभाजपा नेताओं के आचरण की निंदा करते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव राजीव रंजन ने आज कहा है कि विस अध्यक्ष पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर विपक्षी सदस्यों ने लोकतांत्रिक मर्यादा और शुचिता की सारी सीमाओं को लांघ दिया है. इनकी इस हरकत ने आज पूरे राज्य को शर्मसार कर दिया है. इन्हें यह तक ख्याल नहीं रहा कि इनकी इस ढीठता को लाइव चैनलों के जरियेपूरी दुनिया देख रही है। यह बिहार की राजनीति के लिए काला दिन है, इसके लिए बिहार की जनता इन्हेंकभी क्षमा नहीं करेगी है.