पटना . पटना जिले में कोरोना संक्रमण के साथ ही ब्लैक फंगस के मामले भी खत्म होने के कगार पर आ चुके हैं. यह बीमारी कोरोना संक्रमण के बाद सामने आयी थी. अब यह बीमारी पूरी तरह नियंत्रित हो रही है. नये मरीज नहीं आ रहे हैं.
वर्तमान में शहर के पीएमसीएच और एम्स में एक भी ब्लैक फंगस का मरीज भर्ती नहीं है. वहीं अधिकारियों की मानें, तो अगर स्थिति यही बनी रही, तो पीएमसीएच व एम्स में ब्लैक फंगस के लिए बना स्पेशल वार्ड बंद हो जायेगा. डॉक्टर अब मरीजों को फॉलोअप में बुला रहे हैं.
आइजीआइएमएस में बचे सिर्फ आठ ब्लैक फंगस के मरीज: आइजीआइएमएस में सबसे अधिक आठ मरीज ब्लैक फंगस के भर्ती हैं. जिनका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों की मानें, तो यहां सभी मरीज जनरल फंगस वार्ड में भर्ती हैं. एक भी मरीज आइसीयू वार्ड में भर्ती नहीं है.
राज्य में शुक्रवार को 10 नये कोरोना संक्रमित पाये गये. इनमें मधुबनी जिले में तीन, पटना जिले में तीन, अररिया जिले में एक, मधुबनी जिले में एक और सुपौल जिले में एक संक्रमित पाया गया है. दूसरे प्रदेश के एक व्यक्ति का सैंपल पॉजिटिव पाया गया है. राज्य में एक लाख 60 हजार 591 सैंपलों की जांच की गयी. अभी 60 एक्टिव केस हैं.
औरंगाबाद के डिहरा निवासी 21 वर्षीय अंकित कुमार कोविशील्ड का सेकेंड डोज लेने सेंटर पर पहुंचा. यहां उन्हें बताया गया कि वे दूसरा डोज ले चुके हैं और सर्टिफिकेट भी दिखाया. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि तकनीकी गड़बड़ी से ऐसा हुआ है.
पटना जंक्शन पर बाहरी यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है. वैक्सीन की व्यवस्था की गयी है. शुक्रवार को 1194 यात्रियों को कोरोना वैक्सीन दी गयी. वहीं, पटना एयरपोर्ट 26 लोगों ने कोरोना वैक्सीन ली. पटना जंक्शन पर प्लेटफॉर्म संख्या एक के गेट संख्या तीन पर कोरोना जांच की व्यवस्था है.
Posted by Ashish Jha