Bihar News: भागलपुर के सबसे बड़े अस्पताल JLNMCH में खून दलाल सक्रिय हैं. आए दिन दलालों के काले कारनामे सामने आ रहे हैं .बीते 15 दिनों में तीसरी बार खून की दलाली करने वाले लोगों को पकड़ा गया है. शनिवार को अस्पताल प्रशासन ने खून बेचने ब्लड बैंक आये तीन युवकों को चिन्हित कर पुलिस के हवाले कर दिया. जबकि मौका देख कर मुख्य दलाल भाग निकला. वहीं इससे पहले भी दलाल व पैसे लेकर गलत तरीके से ब्लड डोनेट करने वालों को पकड़ा जा चुका है.
भागलपुर के JLNMCH में शनिवार को तीन युवक ब्लड डोनेट करने आए. हीमोग्लोबिन कम पाये जाने के बाद जब उन्हें लौटाया गया तो वो बाहर से एक फर्जी रिपोर्ट लेकर आ गए और खुद को फिट साबित करने में लग गए. जब उनकी चालाकी पकड़ी गयी तो पता चला कि तीनों में से दो युवकों ने पहले भी पैसे लेकर रक्तदान किया था. हर एक लड़के को एक यूनिट खून के बदले 2500 रुपए देने की डील हुई थी. खून के कारोबार से जुड़े मुख्य सरगना और अन्य सदस्यों की तलाश पुलिस कर रही है. तीनो लड़कों को हिरासत में लिया गया जबकि दलाल फरार हो गया.
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मायागंज स्थित इस अस्पताल में हाल में ही गायनी वार्ड से बच्चा तक चोरी हो चुका था. प्रभात खबर ने दवा के दलालों का स्टिंग अस्पताल कैंपस में किया था. वहीं पिछले ही दिनों की बात है जब ब्लड बैंक पहुंचे खून के दलाल व डोनर ने यहां तैनात नर्स को ही उठा लेने की धमकी दे दी थी. जब माहौल बिगड़ा तो दलाल भाग गया था.
सितंबर 2022 में एक बड़ा खुलासा हुआ था जब अस्पताल के अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर से ब्लड बैंक से खून लेने की होशियारी पकड़ में आई थी. इस खेल में ब्लड बैंक का कर्मी भी शामिल था. अधीक्षक खुद अपना फर्जी हस्ताक्षर देखकर चौंक गए थे.
दरअसल, ब्लड बैंक में खून लेने वालों की संख्या अधिक रहती है. इसमें कुछ लोग डोनर नहीं ला पाते हैं. ऐसे मरीज के परिजनों को दलाल निशाना बनाते हैं और डील कर लेते हैं. दलाल अक्सर उन लोगों को डोनर बनाकर लाते हैं जिन्हें पैसे की तंगी रहती है. सस्ते दाम पर नियमों व स्वास्थ्य को ताख पर रखते हुए उनसे ब्लड डोनेट करवाया जाता है. डील के मुताबिक मिले पैसों का बेहद कम हिस्सा डोनर को दिया जाता है और बाकि पैसे दलाल रखते हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan