ब्लड बैंक के स्टॉक में 1700 बैग, दर्ज सिर्फ 300 बैग, डोनर पता नहीं, पटना में चल रहा लाल खून का काला धंधा

पटना में लाल खून का काला कारोबार में रोजाना नये खुलासे हो रहे हैं. बुधवार को कंकड़बाग स्थित निवेदा हॉस्पिटल एवं ब्लड सेंटर में दूसरी बार दस्तावेज की जांच करने पहुंची ड्रग विभाग की टीम ने चौंकाने वाले खुलासे किये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 28, 2022 12:02 PM

पटना. पटना में लाल खून का काला कारोबार में रोजाना नये खुलासे हो रहे हैं. बुधवार को कंकड़बाग स्थित निवेदा हॉस्पिटल एवं ब्लड सेंटर में दूसरी बार दस्तावेज की जांच करने पहुंची ड्रग विभाग की टीम ने चौंकाने वाले खुलासे किये हैं.

अधिकतर कागजात उपलब्ध नहीं

औषधि विभाग की टीम ने ब्लड सेंटर से कितने मरीजों व डोनरों का खून लिया व दिया गया, इस संबंध में कागजात मांगे, तो वहां से अधिकतर कागजात उपलब्ध नहीं कराये गये. बड़ी बात तो यह है कि ब्लड सेंटर में खून तो बहुत था, लेकिन किसने दिया, इसका पता नहीं चला.

रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने को कहा

जांच टीम ने ड्रग लाइसेंस एंड कंट्रोल ऑथोरिटी और औषधि को वरीय अधिकारियों से संबंधित ब्लड सेंटर के खिलाफ स्पष्टीकरण देने की अनुशंसा करते हुए रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने को कहा है. हालांकि, जांच के दौरान ब्लड सेंटर के प्रभारी सहित सभी कर्मचारी उपस्थित मिले.

फ्रिज में रखा एक्सपायर्ड ब्लड पाया गया

मालूम हो कि 24 जुलाई को ड्रग विभाग व पुलिस की टीम ने पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के संजय गांधी नगर रोड नंबर-1 स्थित किराये के मकान से अजय कुमार व संतोष नाम युवकों को गिरफ्तार किया था. इनके घर से फ्रिज में रखा एक्सपायर्ड ब्लड पाया गया था.

जांच में ये मिलीं खामियां

  • ब्लड सेंटर के रजिस्टर में कई पन्नेफटे हुए मिले.

  • टीम के पहुंचने के ब्लड सेंटर के कुछ कर्मचारी देरी से पहुंचे.

  • डोनर फाॅर्म पर कुछ फर्जी मोबाइल नंबर भी लिखे गये थे

  • डोनर फॉर्म भरते समय डोनर का नाम सहित पूर्णविवरण में भारी अनियमितता मिली.

  • ब्लड का रिकाॅर्ड मेंटेन नहीं था

स्टॉक में 1700 खून के बैग, लेकिन दिखाये गये सिर्फ 300

ड्रग इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे कुल तीन घंटे तक निवेदा ब्लड सेंटर के प्रभारी डॉ पंकज कुमार व उनकी टीम से पूछताछ की गयी. ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि बीते करीब दो साल में 1700 से अधिक ब्लड बैग की बिक्री की गयी है. यानी 1700 यूनिट ब्लड स्टॉक से बेचा गया है. लेकिन, सेंटर के रजिस्टर में सिर्फ 300 बैग की बिक्री ही दिखायी गयी.

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