Bnm University के पीजी प्रथम सेमेस्टर के लिए चयन सूची जारी, 30 से छह सितंबर तक कराये नामांकन
बीएनएमयू के स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में नामांकन को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा कोटिवार चयन सूची जारी की गयी है, जिसमें चयनित छात्र-छात्राओं का दस्तावेज सत्यापन व नामांकन 30 अगस्त से छह सितंबर के बीच होगा.
मधेपुरा. भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय ने स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर सत्र 2021-22 में नामांकन के लिए पहली चयन सूची जारी कर दी है. पहली चयन सूची में शामिल छात्र-छात्राओं को नामांकन व दस्तावेज सत्यापन के लिए 30 अगस्त से छह सितंबर तक का समय दिया गया है. विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों के लिए चयनित छात्र-छात्राएं अपने दस्तावेज का सत्यापन संबंधित स्नातकोत्तर विभाग में करायेंगे.
छात्रों को लाना होगा संबंधित कागजात
प्रमाण-पत्रों के भौतिक सत्यापन के समय छात्र-छात्राओं को अपने साथ मैट्रिक का प्रवेश-पत्र, मूल प्रमाण-पत्र, इंटर का अंक पत्र, मूल प्रमाण-पत्र, स्नातक का प्रवेश-पत्र, अंक पत्र, सीएलसी, मूल प्रमाण-पत्र, माइग्रेशन प्रमाण-पत्र, आरक्षण प्रमाण-पत्र, तीन पासपोर्ट साइज फोटो, आवेदन प्रपत्र की छायाप्रति, डैसबोर्ड से कॉलेज या विभाग वितरण के प्रिंट की छायाप्रति लाना होगा.
स्नातकोत्तर विभागों के लिए छात्र दस्तावेजों का करायेंगे सत्यापन
स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में नामांकन को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा कोटिवार चयन सूची जारी की गयी है, जिसमें चयनित छात्र-छात्राओं का दस्तावेज सत्यापन व नामांकन 30 अगस्त से छह सितंबर के बीच होगा. ऐसे में नामांकन के पूर्व सभी चयनित छात्र-छात्राओं को पहले अपने यूजर आईडी व पासवर्ड की मदद से उनके डैसबोर्ड पर दिये गये नामित स्नातकोत्तर विभागों व कॉलेजों का प्रिंट आउट निकालना होगा. इसके बाद उक्त प्रिंट आउट के साथ स्नातकोत्तर विभागों के लिए चयनित छात्र-छात्राएं अपने दस्तावेजों का सत्यापन करायेंगे. इसके बाद निर्धारित शुल्क जमा कर नामांकन लिया जायेगा.
19 विषयों में 3875 सीटों पर होगा नामांकन
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत ठाकुर प्रसाद कॉलेज मधेपुरा, एमएलटी कॉलेज सहरसा, पीजी सेंटर सहरसा व बीएनएमयू स्नातकोत्तर विभाग में स्नातकोत्तर की पढ़ाई होती है. इस बार बीएसएस काॅलेज सुपौल में भी स्नातकों7 की पढ़ाई शुरू हो रही है. 19 विषयों में 3875 सीट के लिए 6683 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है. आवेदन की प्रक्रिया करीब दो माह तक चली थी.