पटना यूनिवर्सिटी में बमबाजी: घायल छात्रों ने BMC के प्रोफेसर पर लगाया गुटबाजी का आरोप, टीओपी पुलिस ने किया केस
पटना यूनिवर्सिटी में हुई बमबाजी में घायल छात्रों ने कॉलेज के बीएमसी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पर गुटबाजी कर दो छात्रों के गुटों के बीच लड़ाई कराने का आरोप लगाया है. घायल छात्रों ने इकबाल और नदवी के 10 छात्रों को नामजद किया है.
पटना कॉलेज कैंपस में बमबाजी व मारपीट मामले में घायल छात्र सुदर्शन कुमार और सिद्धार्थ रंजन ने पुलिस के समक्ष बयान दर्ज करवाया है. अपने बयान में घायल छात्रों ने कॉलेज के बीएमसी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर पर गुटबाजी कर दो छात्रों के गुटों के बीच लड़ाई कराने का आरोप लगाया है. घायल छात्रों ने इकबाल और नदवी के 10 छात्रों को नामजद किया है. नामजद छात्रों में कटिहार कोढ़ा निवासी मुस्ताख करीम उर्फ साहिल, नदवी हॉस्टल के राहत उर्फ मो गुलाम नबी, फाहिम उर्फ बाबर, फैज अकरम उर्फ फतेह अली, अरमान अली, सैय्यद अबरार रहमान उर्फ आंसु, इकबाल के जाफर इमाम, नदवी के असहर रहमान, इकबाल के शोहेल अहमद और नदवी के इंजमामुल उर्फ कमरान शामिल है. इसके अलावा 10 से 15 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
नदवी और इकबाल हॉस्टल के छात्रों ने पटके बम
घायलों ने बताया कि वे सभी दोस्तों के साथ कैंटिन के पास खड़े थे, तभी नदवी और इकबाल के कई छात्र आये और गालियां देने लगे. सभी के हाथ में लाठी-डंडे थे. विरोध करने पर बम पटकने लगे और गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें सुदर्शन के दाहिने पैर में और दोस्त सिद्धार्थ के बायें पैर में गोली लग गयी.
बवाल देख टीओपी पुलिस ने की थी 14 राउंड फायरिंग
दूसरी ओर 13 तारीख को हुई इस घटना में टीओपी प्रभारी ने केस दर्ज किया है. टीओपी प्रभारी सुशील कुमार वर्मा ने दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि वे अपने टीम के साथ 1.15 में इंडक्शन मीट के ड्यूटी पर तैनात थे. इसी दौरान अचानक कैंटीन के पास इकबाल और जैक्सन के छात्र आपस में भिड़ गये. दोनों के बीच मारपीट होने के बाद थोड़ी देर में दोनों ओर से छात्र जुटने लगे. जैसे ही टीओपी की पुलिस बीचबचाव के लिए पहुंची तो पत्थरबाजी, बमबाजी और गोलीबारी शुरू कर दी. मामला बढ़ता देख टीओपी प्रभारी के आदेश पर सिपाही शिवम ने इन्सास राइफल से 14 राउंड हवाई फायरिंग की, जिसके बाद सभी भागे. इस घटना में दो छात्र घायल हो गये, जिसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया. मौके से पुलिस द्वारा की गयी 14 राउंड फायरिंग में नौ खोखे बरामद किये गये. वहीं पांच खोखा नहीं मिल सका.
पटना कॉलेज के सभी हॉस्टलों को खाली करने का निर्देश
पटना कॉलेज में गुरुवार को हुई बमबाजी व गोलीबारी के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पटना कॉलेज के सभी हॉस्टल को खाली कराने का आदेश दिया है. विश्वविद्यालय की ओर से 24 घंटे के भीतर पटना कॉलेज के सभी हॉस्टल को खाली कराने का निर्देश दिया गया है. कॉलेज के जैक्सन, मिंटो और इकबाल हॉस्टल के अधीक्षक को हॉस्टल खाली कराने के साथ ही 17 जुलाई तक रिपोर्ट विश्वविद्यालय को मुहैया कराने के लिए निर्देशित किया गया है.
नये एलॉटमेंट और रिन्यूअल पर भी रोक
विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर प्रोफेसर रजनीश कुमार ने बताया कि पटना कॉलेज के सभी छात्रावास को खाली कराने के साथ ही नये एलॉटमेंट और रिन्यूअल पर भी रोक लगा दी गयी है. उन्होंने बताया कि फिलहाल पटना कॉलेज के तीनों हॉस्टल को खाली कराया जायेगा. विश्वविद्यालय द्वारा अगला आदेश आने के बाद ही एलॉटमेंट और रिन्यू्ल की प्रक्रिया शुरू होगी.
हिंसक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए हॉस्टल खाली करने का निर्देश
वहीं पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर तरुण कुमार ने बताया कि कैंपस में इस तरह की घटना पर रोक लगाने के उद्देश्य से हॉस्टल को खाली कराने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि गुरुवार को हुए हंगामे में कुछ छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिन छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी, अगर वे दोषी पाये जायेंगे, तो उन्हें कॉलेज से निष्कासित किया जायेगा.
सीसीटीवी फुटेज लगाने के लिए पटना पुलिस भेजेगी पीयू को पत्र
पटना विश्वविद्यालय में हमेशा मारपीट व बमबाजी की घटनाएं सामने आती हैं. इसे लेकर पटना पुलिस प्रशासन विश्वविद्यालय प्रशासन को एक पत्र भेजेगी और हर कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का आग्रह करेगी. पटना कॉलेज में विशेष तौर पर सीसीटीवी कैमरा लगाने को कहा जायेगा. सिटी एसपी वैभव शर्मा ने बताया कि जल्द ही विश्वविद्यालय प्रशासन को कॉलेजों में सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए पत्र भेजा जायेगा.