छपरा में बूस्टर डोज नहीं है उपलब्ध, टीकाकरण भी हो रहा प्रभावित, वैक्सिनेशन और जांच के ग्राफ में आई कमी
Coronavirus: कोरोना काल में अस्पताल में बने आइसोलेशन भवन में वार्डों की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. वार्डों से ऑक्सीजन सिलिंडर व बेडों को हटा दिया गया है. वहीं इस भवन में अभी ट्रेनिंग से संबंधित कार्यशाला की जा रही है.
छपरा. देश में कोरोना के नये वैरियेंट बीएफ-7 ने दस्तक दे दी है, जिसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति भी अलर्ट मोड में आ गयी है. जानकारी के अनुसार नये वैरियेंट के मरीज फिलहाल गुजरात तथा झारखंड समेत अन्य राज्यों में पाये गये है. वहीं सदर अस्पताल में इस वैरियेंट को लेकर खासी तैयारी दिखायी नहीं दे रही है. कोरोना काल में अस्पताल में बने आइसोलेशन भवन में वार्डों की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. वार्डों से ऑक्सीजन सिलिंडर व बेडों को हटा दिया गया है. वहीं इस भवन में अभी ट्रेनिंग से संबंधित कार्यशाला की जा रही है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एसडी सिंह ने बताया कि नये वैरियेंट को लेकर जिला प्रशासन के तरफ से अभी कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है. लेकिन अस्पताल में टीकाकरण की व्यवस्था प्रतिदिन जारी है.
अस्पताल में को-वैक्सिन को छोड़कर अन्य वैक्सिन नदारद
सदर अस्पताल में को-वैक्सिन का ही टीका अभी उपलब्ध है. वहीं कोविशिल्ड, क्रो वो वैक्सिन व बूस्टर डोज पूरी तरह से नदारद है. 12 से 14 साल के बच्चों व बूस्टर डोज लेने वाले मरीज अब भी बैरंग लौट रहे हैं. क्योंकि सदर अस्पताल में कोवैक्सिन व कोवैक्सिन का बूस्टर डोज को छोड़कर यहां कोविशिल्ड व कोविशिल्ड बूस्टर डोज पिछले 15 दिनों से खत्म है. जहां नये वैरियेंट से सहमे हुए लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं, वहीं उन लोगों को कर्मियों द्वारा वैक्सिन खत्म होने की जानकारी देकर लौटा दिया जा रहा है.
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वैक्सिनेशन व जांच के ग्राफ में आयी कमी
अस्पताल में इन दिनों जहां वैक्सिनेशन को लेकर काफी गिरावट देखी जा रही है, वहीं कहीं पर भी जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है. ओपीडी व आपातकालीन विभाग में भी कहीं जांच केंद्र नहीं बनाया गया है. जहां लोग नये वैरियेंट को लेकर डर गये हैं, वहीं अस्पताल की विधि व्यवस्था पर लोग नाराज दिखायी दे रहे हैं. कोरोना काल के बाद सरकार ने जहां थोड़ी शिथिलता दिखायी, वहीं नये वैरियेंट के बाद अब सख्ती से भी निबटने की तैयारी कर रही है. अस्पताल में प्रतिदिन वैक्सिनेशन के लिए महज 10 से 15 लोग ही पहुंच रहे हैं.
क्या कहते हैं उपाधीक्षक
छपरा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एसडी सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन से अभी कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गयी है. वहीं नये वैरियेंट को लेकर लोगों को बुस्टर डोज लेना होगा. मास्क के साथ सोशल डिस्टैंसिंग भी बरतनी होगी.
कोरोना के दौरान थीं ये व्यवस्थाएं
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अस्पताल में आइसोलेशन सेंटर : 01
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आइसोलेशन में कुल बेड : 50
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आइसीयू में कुल बेड : 08
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ऑक्सीजन सिलिंडर : 200
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ऑक्सीजन कंसंट्रेटर : 50